छत्तीसगढ़ के बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पास मंगलवार को हुई रेल दुर्घटना में एक मालगाड़ी और मेमू लोकल ट्रेन के बीच टक्कर में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा के दिन यूपी के मिर्ज़ापुर के रेलवे स्टेशन चुनार पर ट्रेन से उतरकर लाइन पार करते समय कालका मेल की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई.

नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पास हुए रेल हादसे में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है और करीब दो दर्जन लोग घायल हुए हैं.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बुधवार (5 नवंबर) को इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि मामले की जांच की जाएगी, जिसके बाद ही दुर्घटना के असल कारणों का पता चल पाएगा.
बताया जा रहा है कि मंगलवार को हुई इस दुर्घटना में एक मालगाड़ी और एक मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (मेमू) लोकल ट्रेन के बीच टक्कर हो गई थी.
इस घटना को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दुख व्यक्त किया है. इसके साथ ही राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिवारों के लिए 5 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये मुआवजे की घोषणा की गई है.
बिलासपुर रेल दुर्घटना कैसे हुई?
इस मामले से परिचित अधिकारियों ने अखबार को बताया कि यह घटना मंगलवार शाम लगभग 4 बजे हुई, जब मेमू यात्री ट्रेन पड़ोसी कोरबा ज़िले के गेवरा से बिलासपुर जा रही थी और पीछे से एक मालगाड़ी से टकरा गई.
यह घटनास्थल बिलासपुर शहर से कुछ किलोमीटर दूर है, जहां दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ज़ोन का मुख्यालय स्थित है.
मामले से अवगत एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि यात्री ट्रेन का एक डिब्बा मालगाड़ी के एक डिब्बे के ऊपर जा गिरा.
रिपोर्ट में बिलासपुर रेंज के महानिरीक्षक संजीव शुक्ला के हवाले से कहा गया है कि बचाव अभियान अभी भी जारी है और मलबा पूरी तरह से साफ होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
इस संबंध में बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने बताया कि घायल यात्रियों को बिलासपुर के अपोलो अस्पताल और छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (CIMS) में भर्ती कराया गया है.
यूपी के मिर्ज़ापुर में ट्रेन की चपेट में आने से आठ लोगों की मौत
एक अन्य रेल हादसे में बुधवार को कार्तिक पूर्णिमा के दिन मिर्ज़ापुर जिले के रेलवे स्टेशन चुनार पर ट्रेन से उतरकर लाइन पार करते समय कालका मेल की चपेट में आने से छह लोगों की मौत हो गई.
बताया जा रहा है कि इस दुर्घटना में मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे स्टेशन चुनार पर सुबह सवा नौ बजे यात्री गोमो प्रयागराज एक्सप्रेस से उतरकर गलत दिशा से लाइन पार कर रहे थे. उसी समय प्लेटफॉर्म नंबर तीन से गुजर रही कालका मेल की चपेट में आ गए. यह सभी यात्री कार्तिक पूर्णिमा पर वाराणसी में गंगा स्नान करने जा रहे थे.
ये घटना इतनी दर्दनाक थी कि हादसे में शव क्षत-विक्षत हो गए. मौके पर पहुंची जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने शवों को रेलवे लाइन से हटवाकर किसी तरह से शिनाख्त करवाई.