मध्यप्रदेश सहित छह में बढ़ी एसआईआर की समय-सीमा

मध्यप्रदेश सहित छह में बढ़ी एसआईआर की समय-सीमा

चुनाव आयोग ने गुरुवार को पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में एसआईआर की समय सीमा बढ़ा दी, लेकिन पश्चिम बंगाल में कोई बदलाव नहीं किया गया है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और अंडमान-निकोबार में 18 दिसंबर तक फॉर्म भर सकेंगे। वहीं, उत्तर प्रदेश में 26 दिसंबर, गुजरात और तमिलनाडु में 14 दिसंबर तक फॉर्म भरे जा सकेंगे। पहले फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 11 दिसंबर थी। आयोग ने बताया कि गोवा, पुडुचेरी, लक्षद्वीप, राजस्थान और पश्चिम बंगाल के लिए समय सीमा गुरुवार को ही समाप्त हो गई है। ड्राफ्ट मतदाता सूची 16 दिसंबर को पब्लिश की जाएगी। गौरतलब है कि आयोग ने 30 नवंबर को एसआईआर की समय सीमा एक सप्ताह बढ़ाने का फैसला किया था। आयोग ने निर्देश दिया है कि बिहार में जिस तरह से ऐसे मतदाताओं की सूची को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर अपलोड की गई थी, उसी तरह से सभी राज्य इसे उपलब्ध कराएं। इससे मतदाताओं की सूची में सुधार करने में मदद मिलेगी और मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल के सीईओ को हाई राइज भवनों और सोसाइटियों में रहने वाले मतदाताओं की सुविधा को देखते हुए नए मतदान केंद्र सृजित करने का भी निर्देश दिया है। यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता न हों। सीईओ को 31 दिसंबर तक ऐसे नए मतदान केंद्रों की सूची आयोग को उपलब्ध करानी है।
इंडिगो का बड़ा ऐलान… 10 हजार तक देंगे मुआवजा
इंडिगो की फ्लाइट्स कैंसिल होने की वजह से यात्रियों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। दिसंबर के पहले हफ्ते में सबसे ज्यादा यात्रियों को परेशानी हुईं, क्योंकि इस दौरान सैकड़ों इंडिगो की फ्लाइट्स रद्द कर दी गईं। जिससे यात्रियों को आर्थिक तौर पर भी भारी नुकसान हुआ। जिसके बाद एयरलाइन के खिलाफ डीजीसीए ने सख्त कदम उठाया है। अब इंडिगो ने 3, 4 और 5 दिसंबर को बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने की वजह से यात्रियों को राहत देने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा है कि प्रभावित यात्रियों को सरकार के नियमों के अनुसार 5,000 से 10,000 रुपए तक का मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही एयरलाइन ने सबसे ज्यादा प्रभावित यात्रियों के लिए 10,000 रुपए तक के अतिरिक्त ट्रैवल वाउचर जारी करने की भी घोषणा की है। यह फैसला उन यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण राहत माना जा रहा है, जिनकी यात्रा योजनाएं अचानक बदल गईं और जिन्हें भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
चांदी ने तोड़ा रिकॉर्ड… अब 1.87 लाख रुपए किलो, ऑल टाइम हाई पर

चांदी गुरुवार को ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई। चांदी 1,500 रुपए बढक़र 1,86,988 रुपए किलोग्राम हो गई है। इससे पहले बुधवार को ये 1,85,488 रुपए पर थी। इस साल इसकी कीमत 1,00,971 रुपए (117 फीसदी) बढ़ चुकी है। वहीं सोना 747 रुपए बढक़र 1,28,535 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। इससे पहले ये 1,27,788 रुपए पर था। सोने ने 17 अक्टूबर को 1,30,874 रुपए का ऑल टाइम हाई बनाया था। जनवरी-2025 से अब तक सोने की कीमत 52,373 रुपए बढ़ी है। 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 76,162 रुपए का था, जो अब 1,28,535 रुपए हो गया है। चांदी का भाव भी इस दौरान 1,00,971 रुपए बढ़ गया है। 31 दिसंबर 2024 को एक किलो चांदी की कीमत 86,017 रुपए थी, जो अब 1,86,988 रुपए प्रति किलो हो गई है।
देश की 40 फीसदी दौलत सिर्फ एक फीसदी लोगों के पास
भारत में आर्थिक असमानता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश की कुल संपत्ति का 40 फीसदी हिस्सा महज एक प्रतिशत लोगों के पास है। वल्र्ड इनइक्वलिटी की लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। इन आंकड़ों के साथ भारत, दक्षिण अफ्रीका और रूस के बाद दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा असमान सोसायटी बन गया है। कुछ ही देशों में इससे ज्यादा असमानता दिखती है, इनमें साउथ अफ्रीका में सबसे अमीर 1 फीसदी लोग कुल दौलत के 54 फीसदी हिस्से को कंट्रोल करते हैं। रूस में, 47 प्रतिशत से ज्यादा, मेक्सिको, कोलंबिया और ब्राजील में, हर जगह 38 फीसदी और यूएस में 35 प्रतिशत दौलत पर एक फीसदी लोगों का कब्जा है। नीदरलैंड्स में आर्थिक असमानता काफी कम है, जहां टॉप 1 प्रतिशत लोगों के पास कुल संपत्ति का सिर्फ 14 प्रतिशत हिस्सा है। इसके बाद इंडोनेशिया में 20 प्रतिशत, डेनमार्क और यूके में लगभग 21 प्रतिशत, इटली में 22 प्रतिशत और न्यूजीलैंड में 23 प्रतिशत है।