भाजपा के संसदीय बोर्ड ने रविवार को बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया. यह नियुक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष और अब केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर मूल कार्यकाल ख़त्म होने के लगभग तीन साल बाद हुई है.

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संसदीय बोर्ड ने रविवार (14 दिसंबर) को बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया. यह नियुक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष और अब केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा का राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर मूल कार्यकाल खत्म होने के लगभग तीन साल बाद हुई है.
खबरों के मुताबिक, जेपी नड्डा जून 2019 में पार्टी के पहले राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बने थे और इसके कुछ ही समय बाद जनवरी 2020 में उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया. राज्य स्तर पर भाजपा इकाइयों में जारी अंदरूनी कलह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ पार्टी के संबंधों में खींचतान के बीच नड्डा का कार्यकाल अपने मूल कार्यकाल से आगे बढ़ाया गया है.
रविवार दोपहर पत्रकारों से बात करते हुए नवीन ने कहा कि ‘जब आप एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में काम करते हैं, तो पार्टी के वरिष्ठ नेता हमेशा ध्यान देते हैं.’
नितिन नवीन राजनीति में वंशानुगत पृष्ठभूमि से आते हैं. वे पूर्व विधायक नवीन किशोर सिन्हा के पुत्र हैं. उनके निधन के बाद नितिन नवीन ने 2006 में अब समाप्त हो चुके पटना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ा और जीत दर्ज की थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के बांकीपुर से विधायक तथा शहरी विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने खुद को एक मेहनती कार्यकर्ता के रूप में स्थापित किया है.
प्रधानमंत्री ने अपने बधाई संदेश में कहा, ‘वे एक युवा और परिश्रमी नेता हैं, जिनके पास समृद्ध संगठनात्मक अनुभव है. बिहार में विधायक और मंत्री के रूप में कई कार्यकालों के दौरान उनका प्रदर्शन प्रभावशाली रहा है. उन्होंने जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए निरंतर परिश्रम किया है. वे अपने विनम्र स्वभाव और ज़मीन से जुड़ी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं.’
जेपी नड्डा ने भी नितिन नवीन को बधाई दी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी शुभकामनाएं देते हुए भाजपा में नितिन नवीन की पूर्व भूमिकाओं को याद किया, जिनमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव, प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के प्रभारी जैसे पद शामिल हैं.
नितिन नवीन की यह नियुक्ति बिहार विधानसभा चुनावों में भाजपा की भारी जीत के एक महीने बाद हुई है, जिसमें पार्टी पहली बार राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और अपने सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) पर बढ़त बनाई.