मेसी इवेंट के मुख्य आयोजक को 14 दिनों की पुलिस रिमांड में भेजा

फुटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी लियोनेल मेसी के इंडिया टूर 2025 के प्रमोटर और मुख्य आयोजक शतद्रु दत्ता को कोलकाता की बिधाननगर कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई के बाद अदालत ने आरोपी दत्ता को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस के अनुसार, आयोजक पर टूर के आयोजन से जुड़े मामलों में जांच चल रही है। इसी सिलसिले में उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया था। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ करेगी और पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है। इसके साथ ही पुलिस इस यह भी जांच कर रही है कि आयोजकों ने स्टेडियम के अंदर पानी की बोतलें और पेय पदार्थ कैसे बिकने दिए, जबकि ऐसे कार्यक्रमों में ये चीजें प्रतिबंधित होती हैं। हालांकि कोर्ट में सुनवाई के दौरान दत्ता के वकील ने कोर्ट में कहा कि उनके मुवक्किल को झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले 14 दिनों की जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी। इससे पहले जब दत्ता को कोर्ट लाया गया, तो कोर्ट के बाहर भाजपा समर्थकों ने प्रदर्शन भी किया। इस हंगामे को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मेसी और खेल प्रेमियों से माफी मांगी थी। साथ ही इस पूरे मामले की जांच के लिए एक जांच समिति बनाने के भी एलान किया था। एक्स पर एक पोस्ट में ममता बनर्जी ने कहा था कि वह खुद भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए स्टेडियम जा रही थीं। वहां हजारों की संख्या में खेल प्रेमी और फुटबॉल स्टार लियोनल मेसी के फैंस अपने पसंदीदा खिलाड़ी की एक झलक पाने के लिए जुटे हुए थे।
हेडगेवार पर महायुति में रार? ‘स्मृति’ स्मारक नहीं पहुंचे अजित पवार
महाराष्ट्र की राजनीति में गर्माहट आम बात है। खासकर तब जब राज्य में किसी भी प्रकार का चुनाव या फिर को राजनीतिक कार्यक्रम हो। तब यही सियासी गर्माहट अपने वास्तविक तपिश को छोडक़र सातवें आसमान पर पहुंच जाती है। इसी क्रम में एक बार फिर बयानबाजी तब तेज हो गई जब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार रविवार को नागपुर में आरएसएस संस्थापक केबी हेडगेवार के स्मारक नहीं पहुंचे। इस बात को आधार पर बनाकर चर्चा इस बात की भी तेज हो गई कि क्या हेडगेवार को लेकर महायुति गठबंधन के दलों में रार चल रहा है? हालांकि राजनीतिक गलियारों में बढ़ती चर्चा को देखते हुए एनसीपी ने अजित पवार के नागपुर नहीं जाने के पीछे का कारण साफ किया। पार्टी ने बयान जारी अपना रुख साफ करते हुए कहा कि वह महायुति गठबंधन में राज्य के विकास के लिए शामिल हुई है, न कि किसी विचारधारा को अपनाने के लिए। मामले में एनसीपी के प्रवक्ता आनंद परांजपे ने कहा कि पार्टी की विचारधारा सामाजिक सुधारकों शाहू महाराज, ज्योतिबा फुले और डॉ. भीमराव आंबेडकर के प्रगतिशील विचारों पर आधारित है। उन्होंने यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है जब अजित पवार हेडगेवार स्मारक नहीं गए हैं।
बच्ची से रेप के आरोपी की दया याचिका राष्ट्रपति ने की खारिज
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाराष्ट्र में 2012 में दो साल की बच्ची के अपहरण, दुष्कर्म और हत्या के दोषी व्यक्ति की दया याचिका खारिज कर दी है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रपति पद पर 25 जुलाई, 2022 को आसीन होने के बाद मुर्मू की ओर से खारिज की गई यह तीसरी दया याचिका है। सुप्रीम कोर्ट ने 3 अक्टूबर, 2019 को रवि अशोक घुमारे को दी गई मौत की सजा को बरकरार रखा। अदालत ने कहा कि उसका अपनी कामुक इच्छाओं पर कोई नियंत्रण नहीं था और उसने अपनी यौन भूख को शांत करने के लिए सभी प्राकृतिक, सामाजिक और कानूनी सीमाओं को तार-तार कर दिया था।
शेयर बाजार एक बार फिर मजबूती पकड़ेगा: रघुराम राजन
पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन का मानना है कि भारत का शेयर बाजार एक बार फिर मजबूती पकड़ेगा, बशर्ते भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील फाइनल हो जाए। उन्होंने कहा कि फिलहाल टैरिफ काफी ज्यादा हैं और इन्हें कम किया जाना चाहिए। राजन के मुताबिक भारत पर लगने वाले टैरिफ 10 से 20 फीसदी के बीच होने चाहिए, जो दुनिया के दूसरे देशों के बराबर हों। उन्होंने सीए कुशल लोढ़ा से बातचीत में कहा कि अभी भारतीय बाजार पर दबाव दिख रहा है, जबकि अमेरिकी बाजार में तेजी है, और इसकी बड़ी वजह एआई को लेकर बनी उम्मीदें हैं राजन ने टेक्नोलॉजी के उदाहरण से समझाया कि हर नई तकनीक के आने पर पहले जबरदस्त उत्साह बनता है, लेकिन शुरुआत में वह उम्मीदें पूरी नहीं होतीं। बाद में वही तकनीक असली असर दिखाती है।