सागर: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने कार्यकाल के चौदहवें साल में दावा किया कि ‘जो अब तक कभी नहीं हुआ, वो हम कर दिखाएंगे. खेती और सिंचाई के मामले में हम मध्यप्रदेश को दुनिया का सर्वोत्तम राज्य बनाएंगे. सागर जिले के खुरई में लगभग चार हजार करोड़ लागत की बीना नदी संयुक्त सिंचाई परियोजना के भूमि-पूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा कि बुंदेलखंड अंचल में वर्तमान में 38 हजार 598 करोड़ रुपये लागत की सिंचाई परियोजनाएं चल रही हैं. इनका काम पूरा होने पर बुंदेलखंड अंचल के पांच जिलों के 25 लाख एकड़ भू-रकबे में सिंचाई होगी.
चौहान ने इस मौके पर परियोजना का ऑनलाइन ई-शिलान्यास किया. यह परियोजना पूर्ण होने पर खुरई, बीना एवं सुरखी विधानसभा क्षेत्र के 90 हजार हेक्टेयर रकबे में सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से सिंचाई होगी. इस परियोजना के अंतर्गत करीब 21 मेगावाट जल-विद्युत का उत्पादन भी किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर ड्राप-मोर क्रॉप सिद्धांत के आधार पर मध्यप्रदेश में नई परियोजनायें मंजूर की जा रही हैं. इसमें नहर प्रणाली में भूमिगत पाइप लाइन बिछाकर उच्च दबाव पर जल प्रदाय कर सूक्ष्म सिंचाई पद्धति को अपनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में बंडा, बाणसुजारा, पवई सिंचाई परियाजनाओं पर काम जारी है. केन-बेतवा लिंक परियोजना पर उत्तरप्रदेश से चर्चा चल रही है. इस परियोजना से मध्यप्रदेश के हक का एक-एक बूंद पानी बुंदेलखंड को दिलाने की तैयारी चल रही है.
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रस्तावित अन्य सिंचाई परियोजनाओं का भी जल्द ही भूमि-पूजन किया जाएगा. चौहान ने कहा कि बीना नदी संयुक्त सिंचाई परियोजना की एजेंसी तय कर दी गई है. कॉन्ट्रैक्टर भी आ चुका है. अब इस परियोजना पर तेजी से काम पूरा किया जाएगा. कार्यक्रम में गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव, सांसद लक्ष्मीनारायण यादव, विधायक प्रदीप लारिया, महेश राय और वीरसिंह पंवार, सागर के महापौर अभय दरे, स्थानीय जनप्रतिनिधि के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण जनसमुदाय मौजूद था.