नई दिल्ली : खराब मौसम के कारण नेपाल में फंसे हुए तीर्थ यात्रियों को निकालने के लिए सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं. वहीं इन तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए रेलवे ने भी कई कदम उठाए हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल के निर्देशों पर उत्तर रेलवे की ओर से नेपाल से लखनऊ पहुंचने पर तीर्थ यात्रियों की सहायता के लिए लखनऊ रेलवे स्टेशन पर हेल्प डेस्क बनाई गई है. यहां से यात्रियों को उनके घर तक मुफ्त में पहुंचाने के इंतजाम किए गए
तीर्थ यात्रियों की मदद के लिए बनाई गई हेल्प डेस्क पर उनके लिए मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. तीर्थ यात्रियों के यहां पहुंचने पर उनकी स्वास्थ्य जांच भी की जा रही है. वहीं इनके लिए खाने व पानी का इंतजाम भी किया गया है.
हेल्पडेस्क पर अब तक पहुंचे 16 यात्रियों को विमान से उनके गंतव्य तक भेजने की व्यवस्था की गई है. वहीं एक यात्री जिनकी लखनऊ से फ्लाइट थी उन्हें लखनऊ रेलवे स्टेशन पहुंचने पर उन्हें नई दिल्ली तक जाने के लिए ट्रेन की वातानुकूलित श्रेणी में सीट उपलब्ध कराई गयी है.रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार कुछ तीर्थ यात्रियों के शुक्रवार को इस हेल्प डेस्क पर पहुंचने की उम्मीद है. इसको ध्यान में रखते हुए इंतजाम किए जा रहे हैं. उनके लिए खाने पीने के साथ ही उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाने के इंतजाम किए जाएंगे.
लखनऊ स्टेशन पर पहुंच रहे कैलास मानसरोवर तीर्थी यात्रियों की मदद के लीए रेलवे ने पांच डिब्बे आरक्षित कर के रखे हैं. जरूरत पड़ने पर इन डिब्बों को विभिन्न रेलगाड़ियों में लगा कर चलाए जाने की योजना है. गौरतलब है कि नेपाल से विमान के जरिए निकाल कर लाए जा रहे तीर्थ यात्रियों को लखनऊ व नई दिल्ली पहुंचाया जा रहा है. लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सतीश कुमार, आपदा प्रबंधन के चीफ वार्डन अमरनाथ मिश्रा तथा अन्य वरिष्ठ अधकारियों ने मौके पर पहुंच पर हेल्प डेस्क पर किए गए इंतजामों का जायजा लिया. इस मौके पर मंडल रेल प्रबंधक ने कहा कि तीर्थ यात्रियों की हर संभव मदद करने का प्रयास किया जा रहा है. जरूरत पड़ने पर उन्हें रेलगाड़ियों में प्राथमिक्ता के आधार पर रेलगाड़ियों में सीट उपलब्ध कराई जाएगी.