इंदौर : आध्यात्मिक संत भय्यूजी महाराज सुसाइड केस की जांच करीब पूरी हो चुकी है पुलिस रिपोर्ट में पत्नी और बेटी के बीच चल रहे विवाद का मानसिक तनाव,शादी के बाद उनके आभामंडल में आई कमी और सॉइकलाजिकल प्रॉब्लम को कारण बताया गया है. पुलिस का दावा है कि भय्यूजी महाराज को न तो किसी ने धमकाया न किसी ने ब्लैकमेल किया.भय्यू महाराज ने 12 जून को सिल्वर स्प्रिंग के बंगले में लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी.
डीआईजी के मुताबिक पुलिस की जांच में पारिवारिक विवाद, अवसाद,आर्थिक तंगी को मुख्य वजह माना गया है.करीब 26 लोगों के बयानों के बाद पुलिस ने किसी को आत्महत्या का दोषी नहीं माना है. भय्यूजी के मानसिक तनाव की मुख्य वजह दूसरी पत्नी डॉक्टर आयुषी और बेटी कुहू के बीच मनमुटाव होना पाया गया है.भय्यूजी सुसाइड केस में पुलिस की जांच लगभग पूरी हो गई है और अब कुछ रिपोर्ट के आने के बाद पुलिस कोर्ट में केस डायरी पेश कर देगी.
सुसाइड के बाद लोगों ने शंका जताई थी कि भय्यूजी महाराज सुसाइड नहीं कर सकते और सुसाइड नोट में राइटिंग उनकी नहीं हैं. लेकिन लैब से आई हैंडराइटिंग रिपोर्ट में खुलासा हो गया कि सुसाइड नोट भय्यूजी महाराज ने ही लिखा था जिसके बाद पुलिस जांच ने तेजी पकड़ ली. पुलिस ने एफएसएल से बिसरा रिपोर्ट भी प्राप्त कर ली जिसमें ‘नो पॉइजन’ लिखा हुआ है.
पुलिस के मुताबिक इससे स्पष्ट हुआ है कि भय्यू महाराज ने आत्महत्या के पहले नशा नहीं किया था और न ही जहर खाया था. अब सिर्फ रिवॉल्वर की एफएसएस रिपोर्ट सागर लैब से आनी बाकी है, वह भी दो तीन दिन में मिल जाएगी. इस केस की सबसे अहम कड़ी भय्यूजी के सबसे करीबी और उनके उत्तराधिकारी विनायक से भी पुलिस के सात सदस्यीय दल ने कड़ी पूछताछ की लेकिन विनायक भूमिका कहीं से भी संदिग्ध नजर नहीं आई और पुलिस ने उसे भी क्लीन चिट दे दी.