भोपाल| मध्य प्रदेश में तीन बार सरकार बनाने में सफल रही भाजपा को चौथी बार भी सत्ता में बने देखने के लिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कमर कस ली है| केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद एमपी में यह पहला विधानसभा चुनाव है, 2014 के लोकसभा में बहुमत हासिल सरकार बनाने के बाद शाह और मोदी की जोड़ी ने कई राज्यों पर जीत हासिल की और कांग्रेस मुक्त देश बनाने का आह्वान भी किया| लेकिन पिछले कुछ चुनावों में कांग्रेस ने भी मोदी शाह के इस संकल्प को टक्कर दी है, जिसके चलते इसी साल तीन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की चिंता अमित शाह को सता रही है| 2019 के लोकसभा चुनाव पर तीन राज्यों के परिणाम बड़ा असर डालेंगे| इसी के चलते शाह कोई चूक नहीं करना चाहते| विधानसभा चुनाव में अमित शाह भोपाल में डेरा डालेंगे और खुद अपने वॉर रूम में बैठकर सभी जगह नजर रखेंगे और पल पल की अपडेट लेंगे|
सूत्रों के मुताबिक अमित शाह जल्द ही भोपाल में डेरा डालने वाले हैं। उनके लिए बंगले की तलाश भी पूरी हो गई है। उन्हें भोपाल के 74 बंगले में बंगला अलाट हो गया है। बी-12 नंबर का यह बंगला मेघराज जैन के नाम आवंटित था। मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ और राजस्थान इन तीन राज्यों में साल के अंत में चुनाव होना है| तीनों राज्यों की सीमा एक दूसरे लगी हुई हैं और मध्य में भोपाल| है, इसलिए भोपाल ही विधानसभा चुनाव में भाजपा का केंद्र होगा| यही से तीनों राज्यों की फील्डिंग शाह करेंगे| यहां बैठकर इन तीनों राज्यों के लिए रणनीति तैयार की जाएगी और फिर उस पर यहीं से अमल किया जाएगा| शाह के लिए इस बंगले को अलग ढंग से तैयार कराया जा रहा है, इसमें रंग रोगन का काम भी चल रहा है| जल्द ही शाह यहाँ दस्तक दे सकते हैं| भाजपा की तरफ से वार रूम की तरह कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जा रहा है। जहां से भाजपा चुनाव पर नजर रख सकेगी। इसके सात ही सोशल मीडिया का सेंटर भी लगातार काम करेगा।
अमित शाह का बसेरा भोपाल होने से पार्टी नेताओं में भी हड़कंप की स्तिथि है| सभी चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं| अगर शाह भोपाल में रहेंगे तो जाहिर है सभी सीटों की जल्दी और सटीक जानकारी उन्हें मिलेगी और अब तक जो निष्क्रिय थे वो अब पूरी तरह सक्रिय हो जाएंगे| शाह पहले ही कह चुके हैं कि विधानसभा चुनाव शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा| हालंकि पहले इसके कयास लगाए जा रहे थे कि अगला चुनाव चेहरा नहीं संगठन लड़ेगा| दो महीने पहले 4 मई को उन्होंने संगठन के 6 हजार से ज्यादा पदाधिकारियों की बैठक में यह ऐलान किया था कि अगला चुनाव चेहरा नहीं संगठन लड़ेगा| लेकिन उज्जैन में शाह ने फिर शिवराज को आशीर्वाद दिया है और जनता के आशीर्वाद के लिए रवाना भी किया| सूत्रों के मुताबिक शाह भले ही भोपाल में डेरा डालेंगे लेकिन शिवराज सिंह चौहान को फ्री हैंड रहेगा| शायद इसलिए क्यूंकि अब भी भाजपा में शिवराज के मुकाबले कोई लोकप्रिय चेहरा नहीं है| इसीलिए पार्टी को फिर शिवराज पर भरोसा है|