इलाहाबाद : देवरिया के बालिका गृह में लड़कियों के कथित यौन शोषण के मामले में सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई हुई. इस दौरान विशेष जांच दल (एसआईटी) ने हाईकोर्ट में जांच की स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है. सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश की योगी सरकार का कड़ी फटकार लगाई है.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी की योगी सरकार को मामले में कड़ी फटकार लगाते हुए दोपहर दो बजे तक सरकार से घटना से संबंधित कई अहम जानकारियां उपलब्ध कराने को कहा है. लंच के बाद दोपहर दो बजे फिर इस मामले में सुनवाई होगी. हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि कौन सी एनजीओ अच्छी है, जहां लड़कियों को रखा जा सकता है.
हाईकोर्ट ने देवरिया के सभी पुलिस अधिकारियों से भी घटना के संबंध में जानकारियां उपलब्ध कराने को कहा है. हाईकोर्ट ने एसआईटी जांच में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों की भी जानकारी मांगी है. हाईकोर्ट ने शेल्टर होम में आने जाने वालों को लेकर आसपास रहने वालों लोगों के बयान न दर्ज करने पर भी नाराजगी जताई.
बता दें कि देवरिया के बालिका गृह में लड़कियों के यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद समाजिक कार्यकर्ता डॉ पद्मा सिंह और अनुराधा ने हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की है. इनके अलावा स्त्री अधिकार संगठन ने भी इसी मामले को लेकर जनहित याचिका दाखिल की हुई है. इन सभी याचिकाओं की सोमवार को एकसाथ सुनवाई हो रही है.
हाईकोर्ट में दाखिल की गईं इन सभी याचिकाओं में यूपी के सभी शेल्टर होम में अच्छी व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित कराने की मांग की गई. वहीं अवैध रुप से चल रहे सभी शेल्टर होम बंद कराने की मांग भी की गई है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डीबी भोसले और जस्टिस यशवंत वर्मा की खंडपीठ इन याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है.