भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव का प्रचार मतदान के 48 घंटे पहले सोमवार शाम पांच बजे थम गया। बालाघाट की बैहर, लांजी और परसवाड़ा सीट पर यह प्रतिबंध दोपहर तीन बजे से लागू हो गया था।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से यहां मतदान भी सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक ही होगा। जबकि, बाकी 227 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह आठ से शाम पांच बजे तक होगा। मतगणना 11 दिसंबर को सुबह आठ बजे से होगी।
नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से यहां मतदान भी सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक ही होगा। जबकि, बाकी 227 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान सुबह आठ से शाम पांच बजे तक होगा। मतगणना 11 दिसंबर को सुबह आठ बजे से होगी।
चुनाव प्रचार थमने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने आवश्यक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश की सीमाएं सील कर दी गई हैं। इसके साथ ही बाहरी व्यक्तियों पर प्रतिबंध भी रहेगा। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। चुनाव प्रचार थमने के साथ ही मीडिया के लिए भी गाइड लाइन जारी की गई है।
कांताराव ने बताया कि सोमवार से प्रत्याशियों और राजनीतिक दलों की प्रचार की गतिविधियां पूरी तरह से थम गई हैं।अब न तो कोई सभा होगी और न ही रैली या जुलूस निकाले जा सकेंगे। बाहरी व्यक्तियों को भी विधानसभा क्षेत्र छोड़कर जाना होगा। प्रचार का शोरगुल थमने के बाद डोर-टू-डोर कैंपेन व बंद कमरा बैठकों का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
वीएल कांताराव ने दी यह जानकारी
अंतरराज्यीय नाके बंद किए हैं।
कोई भी राजनीतिक व्यक्ति होटल, डाकबंगले में रुके हैं, उन्हें वापस भेजेंगे
बीमार नेताओं का मेडिकल बोर्ड से परीक्षण कराकर वापस भेजेंगे
साइलेंस पीरियड में कोई प्रचार नहीं करेंगे। सोशल मीडिया के जरिए भी प्रचार नहीं होगा। एसएमएस के जरिए भी नहीं होगा।
प्रदेश की सीमाओं से लगे सभी टोल-नाले सील कर दिए हैं।
28 नवंबर तक शराब बैन।
तीन लाख में से 45 हजार महिला कर्मचारियों को तैनात किया गया।
2 हजार मतदान केंद्रों को महिला कर्मचारी संचालित करेंगी।
160 मतदान केंद्रों को दिव्यांग कर्मचारी संचालित करेंगे।
बीस सेटेलाइट फोन इस्तेमाल होंगे।
सुरक्षा के लिए एक लाख 80 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।
पहली बार वीवीपैट का उपयोग किया जा रहा है। पर्ची मतदाता को ही दिखेगा। 100 फीसद गोपनीय रहेगा वोट।
अंतरराज्यीय नाके बंद किए हैं।
कोई भी राजनीतिक व्यक्ति होटल, डाकबंगले में रुके हैं, उन्हें वापस भेजेंगे
बीमार नेताओं का मेडिकल बोर्ड से परीक्षण कराकर वापस भेजेंगे
साइलेंस पीरियड में कोई प्रचार नहीं करेंगे। सोशल मीडिया के जरिए भी प्रचार नहीं होगा। एसएमएस के जरिए भी नहीं होगा।
प्रदेश की सीमाओं से लगे सभी टोल-नाले सील कर दिए हैं।
28 नवंबर तक शराब बैन।
तीन लाख में से 45 हजार महिला कर्मचारियों को तैनात किया गया।
2 हजार मतदान केंद्रों को महिला कर्मचारी संचालित करेंगी।
160 मतदान केंद्रों को दिव्यांग कर्मचारी संचालित करेंगे।
बीस सेटेलाइट फोन इस्तेमाल होंगे।
सुरक्षा के लिए एक लाख 80 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।
पहली बार वीवीपैट का उपयोग किया जा रहा है। पर्ची मतदाता को ही दिखेगा। 100 फीसद गोपनीय रहेगा वोट।