मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 / एक बार फिर रिकॉड तोड़ वोटिंग, शाम 6 बजे तक 74.61 फीसदी हुआ मतदान.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के लिए बुधवार को शाम 5 बजे वोटिंग समाप्त हो गई। कुछ स्थानों पर यहां शाम 6 बजे तक मतदान हुआ। मध्य प्रदेश में शाम 6 बजे तक 74.61 फीसदी मतदान हुआ। राज्य में ईवीएम में खराबी की छिटपुट घटनाओं के आलावा दिनभर मतदान शांतिपूर्ण रहा।
मतदान के दौरान तीन चुनाव कर्मचारियों की ड्यूटी के दौरान बीमारी के कारण मृत्यु हो गयी हुई । प्रदेश में आज हुए मतदान के दौरान कुछ स्थानों पर ईवीएम मशीन भी खराब होने की सूचना मिली। मध्य प्रदेश में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। मतदान केन्द्रों पर अब भी लंबी-लंबी लाइने लगी हुई हैं। इसलिए मतदान प्रतिशत के बढ़ने की भी संभावना है।
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार मध्यप्रदेश में शाम पांच बजे तक 65.50 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार वर्ष 2013 में प्रदेश में विधानसभा चुनाव में 72.69 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी एल कांता राव ने यहां संवाददाताओं को बताया कि मतदान के दौरान तीन कर्मचारियों की आज बीमारी के कारण मृत्यु हुई है। इस दारान वह चुनाव ड्यूटी पर थे। तीनों की मौत इंदौर, गुना और धार में हुई है।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक तीनों मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जायेगा। राव ने बताया कि प्रदेश में कुल 1,146 ईवीएम में तकनीकी खराबी हुई, जिन्हें एक घंटे के अंदर बदल दिया गया, जो कुल ईवीएम का एक प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा, कुल 1,545 वीवीपैट भी बदले गये हैं जो कुल वीवीपैट का 2.36 प्रतिशत है। राव ने कहा कि हमने कहीं पर भी चुनाव में रूकावट नहीं होने दी। उन्होंने बताया सबसे ज्यादा सतना में वीवीपैट बदलना पड़ा, जिससे सतना शहर में डेढ़ से दो घंटे के बीच चुनाव में रूकावट आई। अब वहां पर भी मतदान सुचारू रूप से चल रहा है।
राव ने कहा कि मतदान के दौरान प्रदेश के किसी भी हिस्से से हिंसा की खबर नहीं मिली है। मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है। उन्होंने कहा कि भिण्ड के गढपुरा इलाके स्थित मोहन का पुरा में दो पक्षों के बीच हुए विवाद में गोलियां चलाई गई। इस विवाद में एक व्यक्ति घायल हुआ है। उसे गोली लगी या नहीं, अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, यह घटना चुनाव से संबंधित नहीं है।