भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। प्रदेश सरकार अब
कर्मचरियों को दिए जाने वाले आवासों में नई सुविधा उनका क्षेत्रफल बढ़ाकर देने जा रही है। इसकी वजह से उन छोटे कर्मचारियों को बड़ी राहत मिल सकेगी , जिन्हें अभी एक कमरे में रहकर गुजर बसर करनी होती है। यह छोटे कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। इसके तहत कर्मचारियों के मकान का एरिया चालीस फीसदी तक बढ़ाया जाएगा, जबकि अधिकारियों के मकानों में 14 से 20 फीसदी एरिया में वृद्धि होगी। लोक निर्माण विभाग ने इसका प्रस्ताव बनाकर अनुमति के लिए गृह विभाग भेज दिया है। प्रदेश के कर्मचारियों में सबसे निचला तबका चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का होता है। इस तबके के कर्मचारियों को अभी तक बनने वाले मकान का एरिया करीब 350 वर्ग फीट होता है। ऐसे मकानों में एक छोटा कमरा , छोटा सा किचन व कामन लेटबाथ होते हैं। अब प्रदेश सरकार इन कर्मचारियों के बनने वाले मकानों के एरिया में चालीस फीसदी की वृद्धि कर रही है। इसकी वजह से चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के मकान का एरिया अब करीब पांच सौ वर्ग फीट का हो जाएगा, जिसकी वजह से उनके लिए बनने वाले आवासों में एक की जगह दो कमरे हो जाएंगे, जबकि अधिकारियों के मकान का वर्तमान में क्षेत्रफल 2120 वर्ग फीट है। अधिकारियों के मकान का क्षेत्रफल 19 फीसदी बढ़ाते हुए 2530 वर्ग फीट करने का प्रस्ताव दिया गया है।
बी व सी टाईप क्वार्टर में बनेंगे आफिस
प्रस्तावित क्षेत्रफल में सर्वेंट क्वाटर्स, गैरेज एवं बरांदा का क्षेत्रफल शामिल नहीं किया गया है। वर्ष 2016 में स्वीकृत प्लान के अनुसार बी एवं सी टाईप क्वाटर्स में ऑफिस के लिए अलग से रूम दिए जाने की अनुशंसा की गई है। इसके अलावा सी टाईप से ई टाइप तक के बंगले में दो सर्वेंट क्वार्टर दिए जाने की अनुशंसा की गई है।
यह है प्रदेश में सरकारी अमले की स्थिति
एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में फिलहाल शासकीय विभागों में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या 4.16 लाख है। इनमें प्रथम श्रेणी की संख्या 10 हजार है। इसी तरह से द्वितीय श्रेणी के 20 हजार, तृतीय श्रेणी के 3.51 लाख एवं चतुर्थ श्रेणी के 35 हजार कर्मचारी हैं। इन कर्मचारियों को अभी प्रदेश में आठ तरह के शासकीय आवास उपलब्ध कराए जाते हैं। इनमें बी 197,सी 183, डी 174,ई 166,एफ 93, जी 65, एच 46.50 और आई का क्षेत्रफल 32.5 वर्ग मीटर निर्धारित है।