आईएएस शब्द हटाकर फिर चर्चा में आए नियाज खान.
अपनी बेबाक राय रखने व विवादस्पद विषयों पर कलमे चलाने में महारत रखने वाले मप्र कैडर के आईएएस अफसर नियाज खान एक बार फिर से चर्चा में हैं। इसकी वजह है उनके द्वारा अपने ट्विटर अकाउंट से नाम के साथ लिखे गए आईएएस शब्द को हटा दिया जाना। वे इसके पहले ब्राह्मण द ग्रेट किताब लिखने की वजह से बेहद चर्चा में बने रह चुके हैं। खास बात यह है कि आईएएस नियाज खान पदनाम हटाने की जानकारी खुद ही ट्वीट कर दी। खान ने लिखा कि मैं अब फिर आईएएस पदनाम का इस्तेमाल नहीं करुंगा। यह सिर्फ रोजी रोटी का जरिया है। खान ने अपने ट्वीट में लिखा कि मुझे लेखक और भारत के एक आम नागरिक के रूप में जाना जाना अच्छा लगता है। खान ने मीडिया से भी अनुरोध किया उनके लेख प्रकाशित करते समय आईएएस की जगह पर लेखक का प्रयोग करें। बता दें नियाज खान राज्य प्रशासनिक सेवा से 2015 में आईएएस बनें। वे पहल बार गैंगस्टर अबू सलेम पर किताब लिखकर चर्चा में आए थे। 2022 में कश्मीर फाइल्स फिल्म के विरोध के चलते सरकार के निशाने पर आ गए थे।
अब शहर सरकार हुई पावॅरफुल
शहरों में विकास के काम तेजी से हों और आमजन को जल्द से जल्द मूलभूत सुविधाएं दिलाने के लिए सरकार ने चुनावी साल में महापौर और नगरपालिका अध्यक्षों के अधिकार बढ़ा दिए गए हैं। इसकी वजह से अब केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के तहत होने वाले कामों के टेंडर सीधे एमआईसी या पीआईसी में मंजूर हो जाएंगे। नगरीय निकायों में एमआईसी महापौर का और पीआईसी नपाध्यक्ष का मंत्रिमंडल ही होता है। यानी उनकी सहमति होने पर टेंडर मंजूर हो जाएगा। दरअसल, कुछ शहरों में महापौर और नपाध्यक्ष के पास पूर्ण बहुमत नहीं है। इसके अलावा आमतौर पर परिषद की बैठक दो माह में एक बार होती है। यानी टेंडर की मंजूरी के लिए इन बैठकों के इंतजार से प्रोजेक्ट के काम में देरी हो सकती है। नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने जारी आदेश में लिखा है कि केंद्र के अमृत-2.0 और स्वच्छ भारत मिशन- 2.0 के साथ प्रदेश की सीएम इंफ्रा और राज्य आपदाशपन मद से संबंधित टेंडर अब निगमों में एमआईसी और नगरपालिका में पीआईसी इसे सीधे मंजूर करेंगी।
सफलता के लिए व्यवहारिक सूत्र
विश्व जागृति मिशन के संस्थापक गुरुदेव सुधांशु महाराज ने यहां आयोजित सत्संग में जीवन में सफलता के लिए व्यावहारिक सूत्र दिए। उन्होंने कहा कि जीवन की सार्थकता के लिए पर्यावरण की शुद्धि के लिए हमेशा प्रयास करते रहे। इससे जीव-जन्तुओं को भी सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने जनसमुदाय से परिवार जोड़ो आंदोलन एवं धर्म के लिए अपनी कमाई में से दो प्रतिशत सेवा क्षेत्र में लगाने के लिए भी प्रेरित किया। महाराज ने कहा कि सभी लोग रोज प्रभु से शुभ कार्य के लिए शक्ति मांगें। स्वस्थ व प्रसन्न रहने के लिए पर्यावरण शुद्धि आवश्यक है। सत्संग सभा में उन्होंने कहा कि भगवान और शिष्य के मिलन का समय- ब्रह्म बेला भगवान-शिष्य के मिलन की होती है, जिसमें भगवान की कृपा की किरणें मंदिर में विराजित कलश में होते हुए शिष्य के ऊपर आती हैं। भगवान की उपासना का खास समय भगवान से अनुमति लेकर मंदिर में प्रवेश करें। स्वस्थ और प्रसन्न रहने पर्यावरण शुद्धि जरूरी है।
जब माननीयों ने महिला भेषभूषा में लगाए ठुमके
इन दिनों प्रदेश में दो भाजपा के माननीयों द्वारा महिलाओं के कपड़े पहनकर डांस करने का फोटो जमकर वायरल हो रहा है। यह डांस 31 मार्च को सिरोंज के महामाई मेले में चल रहे कार्यक्रम के दौरान का बताया जा रहा है। जिन विधायकों का ये डांस वीडियो सामने आया है, उनमें विदिशा जिले के सिरोंज इलाके के बीजेपी विधाषक उमाकांत शर्मा और कुरवाई बीजेपी विधायक हरिसिंह सप्रे शामिल हैं। इससे पहले भी सिरोंज विधायक उमाकांत शर्मा का एक और डांस वीडियो वायरल हो चुका है। बताया जा रहा है कि सिरोंज के महामायी मंदिर में नवरात्र के दौरान चल रही रामलीला के मंचन के दौरान आयोजित कार्यक्रम में विधायकों ने यह नृत्य किया था । जानकारी के मुताबिक 31 मार्च को रामलीला के अंतिम दिन रासलीला का आयोजन किया गया था। सिरोंज में सालों से रामलीला का मंचन होता आ रहा है। इस बार विधायक इस कार्यक्रम शामिल हुए थे, जिन्होंने महिलाओं के कपड़े पहनकर रासलीला में नृत्य किया था।