दिग्विजय ने दी चेतावनी

दिग्विजय ने दी चेतावनी.

प्रदेश की राजनीति में सबसे कद्दावर नेता माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद दिग्विजय सिंह अब अचानक आक्रमक मूड में नजर आने लगे हैं। उनका यह मूड बीते रोज भी सागर जिले के प्रवास के दौरान दिखा। उन्होंने बीना में पत्रकारों के सामने जिले के तीनों मंत्री भूपेंद्र सिंह, गोपाल भार्गव, गोविंद सिंह पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि , जिस दिन मंत्री की कुर्सी जाएगी, उस दिन आपका क्या होगा पता नहीं। उनका कहना है कि खुरई विधानसभा में लोगों पर झूठे मामले दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जा रहा है। गोविंद भी इनकी संगत में बिगड़ गए हैं। इनके उस्ताद नरोत्तम मिश्रा हैं। उनका दावा है कि खुरई से मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतारकर भूपेंद्र सिंह को हराएंगे। उसके साथ ही, बीना विधायक महेश राय पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि, उनके पास कितनी संपत्ति है, इसका सभी को पता है। महेश राय विधायक के पहले क्या थे? ये भी सब जानते हैं।

चुनावी ताल ठोकने के लिए जयस ने भरी हुंकार
एक तरफ दोनों प्रमुख दल कांग्रेस व भाजपा आदिवासी समाज को अपने पक्ष में करने के लिए तमाम प्रयास कर रहे हैं , तो वहीं इस वर्ग पर बेहद मजबूत पकड़ रखने वाले संगठन जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) ने आगामी विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने के लिए हुंकार भरना शुरु कर दिया है। इसकी वजह से भाजपा व कांग्रेस में अंदरुनी तौर पर हलचल बनी हुई है। जयस नेताओं ने 120 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। यही नहीं यह संगठन अब थर्ड फ्रंट की पार्टियों से गठबंधन के लिए भी बातचीत कर रहा है। इसके साथ ही संगठन की कमान जयस के राष्ट्रीय प्रभारी लोकेश मुजाल्दा को सौंपी गई है। रामदेव पापडिय़ा को प्रदेश अध्यक्ष, साधना उइके को नारी शक्ति जयस का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया।
महाकाल दर्शन व्यवस्था से प्रदीप मिश्रा भी खफा
महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था से कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा भी बेहद नाराज हैं। उन्होंने मंच से ही महाकाल मंदिर के कर्मचारियों को चेताते हुए कहा है कि लोग पैसा खर्चकर हजारों किलोमीटर दूर से महाकाल मंदिर आते हैं। उन्हें दर्शन तो करने दो। भक्तों को धकेले जा रहे हो। इतना अभिमान ठीक नहीं । तुम्हारे भाग्य अच्छे हैं, जो महाकाल ने अपने चरणों में ड्यूटी लगा रखी है। दरअसल उज्जैन में उनकी कथा चल रही है। लाखों भक्त उनकी कथा में आ रहे हैं, जो कथा सुनने के बाद बाबा महाकाल के दर्शन के लिए भी पहुंच रहे हैं। कुछ भक्तों ने महाकाल मंदिर व्यवस्था को लेकर शिकायत की थी। इसी शिकायत के बाद अपनी कथा के दौरान उन्होंने महाकाल मंदिर में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों के लिए खरी खोटी सुना दी। कहा- व्यक्ति के भीतर अभिमान नहीं आना चाहिए कि मैं भी महाकाल के मंदिर में दर्शन करा सकता हूं।

विधायक जज्जी को लगा झटका
हाईकोर्ट की एकलपीठ ने अशोकनगर विधायक जजपाल सिंह जज्जी के आवेदन को खारिज कर दिया है। इसमें चुनाव याचिका की सुनवाई पर रोक लगाने की मांग की थी। अब इस मामले में चार मई को गवाही होनी है। इसके लिए याचिकाकर्ता को अपने गवाह उपस्थित करने होंगे। लड्डूराम कोरी ने वर्ष 2018 में जज्जी के खिलाफ भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वे जज्जी से चुनाव हार गए। इसके बाद उनके खिलाफ 2019 चुनाव याचिका हाई कोर्ट में दायर की। साथ ही एक रिट पिटीशन भी दायर की, जिसमें जज्जी के जाति प्रमाण पत्र को चुनौती दी गई थी। हाईकोर्ट की एकलपीठ ने रिट पिटीशन का निराकरण करते हुए जज्जी का जाति प्रमाण पत्र रद्द कर दिया था। उनके खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया था। रिट पिटीशन के आदेश पर युगलपीठ ने रोक लगा दी थी।