आखिर नौ माह बाद पहन पाए जूते

आखिर नौ माह बाद पहन पाए जूते.

अगर किसी मंत्री का दर्जा प्राप्त नेता को लोग बगैर जूतों के बैठकों से लेकर बाजार तक में घूमते देखें तो आश्चर्य जरूर होगा, लेकिन यह सच है। करीब नौ माह तक नंगे पैर चलने के बाद अब जाकर नेता जी को जूते व चप्पल पहनने को मिली है। यहां तक कि जिपं की मीटिंग हो या गांवों का भ्रमण, नंगे पैर ही रहे। उनका मतदाताओं से वादा था कि चुनाव जीतने के बाद वे अपने वार्ड क्षेत्र के 65 गांव के करीब 10 हजार घरों में पहुंचेंगे और फिर मंदिर में कथा करवाकर ही जूते-चप्पल पहनेंगे। वादे के मुताबिक उनके द्वारा बीते रोज कथा कराने के बाद उन्होंने जूते पहने। मोहन सिंह जाट जिपं के वार्ड-1 से सदस्य हैं। उनका कहना है कि जुलाई में नामांकन भरने से पहले जब वे प्रचार के लिए गए तो मतदाताओं का कहना था कि चुनाव जीतने के बाद कोई नहीं आता। इसलिए मैंने वहीं पर मतदाताओं से वादा किया कि चुनाव जीते या हारे, पहले आपसे मिलूंगा। तभी चप्पल-जूते पहनूंगा।

दिग्विजय का दावा, बगैर प्रमाण के कभी कोई बात नहीं करता
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा है कि वे कभी भी बगैर प्रमाण के कोई बात नहीं करते हैं। उन्होंने यह दावा पत्रकारों से चर्चा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की ओर से भोपाल की एक अदालत में श्री सिंह के खिलाफ मानहानि संबंधी मुकदमा दायर करने और बुधवार को इस मामले में आरोप तय होने संबंधी सवाल के उत्तर में किया है। श्री सिंह ने कहा कि व्यापमं और डीमेट संबंधी घोटाले के संबंध में उन्होंने अपनी बात कही थी और वे कभी भी बगैर प्रमाण के कोई बात नहीं करते हैं। उनका कहना है कि राज्य की जनता आगामी विधानसभा चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रही है। वह भाजपा के खिलाफ वोट डालने के लिए बेताब है।

बागेश्वर धाम सरकार के विरोध में आए लालू पुत्र
अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले बागेश्वर धाम के मुख्य पुजारी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अगले महीने बिहार जाने वाले हैं। उनका पटना में 13 से 17 मई तक कार्यक्रम प्रस्तावित है। धीरेंद्र शास्त्री के बिहार जाने से पहले ही विवाद तेज हो चला है। बिहार सरकार में मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने कहा कि अगर बागेश्वर बाबा हिंदू- मुस्लिम को लड़ाने की बात करेंगे, तो वह उनका विरोध करेंगे और उनका हवाई अड्डे पर घेराव भी करेंगे। आयोजकों ने कथा के आयोजन की बुकिंग का आवेदन तो दिया है, लेकिन अभी तक इसकी अनुमति नहीं मिली है। अभी तक तय कार्यक्रम के अनुसार 12 मई की शाम को पटना के दीघा घाट से गांधी मैदान तक कलश यात्रा निकाली जाएगी। गौरतलब है पं. धीरेंद्र शास्त्री पिछले कुछ दिनों से भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने के संबंध में दिए गए बयानों को लेकर चर्चा में हैं।

गरीबी रेखा के नीचे निकला पटवारी
खरगोन में एक पटवारी के ठिकानों पर लोकायुक्त के छापे में करोड़ों की संपत्ति मिलने के साथ ही उसका गरीबी रेखा का राशन कार्ड भी मिला है। इस पर वह एक रुपए वाला राशन सरकार से ले रहा था। उसका यह राशन कार्ड जब मिला है , जबकि पास से 4 मकान, 7 दुकान और कई जगहों पर जमीन होने के दस्तावेज मिले हैं। छापे में साढ़े चार लाख रुपए कैश और सोने-चांदी के जेवर भी मिले हैं। पटवारी ने अपनी दो बहनों के नाम भी जमीन खरीदी थी। अभी तक 1 करोड़ 71 लाख की संपत्ति का खुलासा हो चुका है। ऐसा नहीं है कि यह पहला मामला है। प्रदेश में ऐसे कई लोग हैं जो हर माह जमकर कमाई करते हैं, लेकिन सरकार की नजरों में अब भी वे गरीब ही हैं।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष का इस्तीफा
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सतना नगर निगम के महापौर योगेश ताम्रकार ने संगठन केू पद से इस्तीफा दे दिया है। यह इस्तीफा बीते रोज दिया गया है। इसमें उनके द्वारा लिखा गया है कि मेयर पद पर निर्वाचित होने के बाद से वे संगठन के पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहे थे। ऐसे में उन्हें संगठन के पद से मुक्त कर दिया जाए। उनके इस इस्तीफा की वजह से अब पार्टी में नई बहस छिड़ गई है। दरअसल पार्टी में ऐसे कई नेता है , जो निर्वाचित जनप्रतिनिधि बन चुके हैं , लेकिन अब भी संगठन के पदों पर चिपके हुए हैं। ऐसे नेताओं की वजह से पार्टी के एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत की भी जमकर अवहेलना हो रही है।