पूरे देश के 13 करोड़ हैहय क्षत्रिय वंशी नाराज.
हिंदू, हिंदुत्व और हिंदू राष्ट्र के लिए अलख जगा रहे छतरपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आज देश के सबसे चर्चित कथावाचक हैं। वे जिस लाइन पर चल रहे हैं, उससे उन्हें भाजपा के प्रतिनिधि के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दरबार में सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता पहुंचते हैं, लेकिन उनकी विचारधारा का मेल भाजपा से मिलता है। इसलिए उन्हें भाजपा का करीबी माना जा रहा है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के हिंदू, हिंदुत्व और हिंदू राष्ट्र के अभियान का फायदा भाजपा को कितना होगा यह तो पता नहीं, लेकिन माना जा रहा है कि जिस तरह वे हेट स्पीच दे देते हैं, उससे भाजपा को नुकसान जरुर हो सकता है। इसका नजारा प्रीतम लोधी प्रकरण के रूप में सामने आ चुका है।
कम उम्र में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जितनी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, उतनी ही तेजी से विवादों में फंस रहे हैं। सोशल मीडिया पर आए दिन इनके विवादित बयान वायरल होते हैं। विवादित बयानों के अलावा धीरेंद्र शास्त्री पर जमीन पर कब्जा करने से लेकर अंधविश्वास को बढ़ावा देने के भी आरोप हैं। माना जा रहा है कि शास्त्री को भाजपा का संरक्षण प्राप्त है और इसी कारण वे बेबाक टिप्पणी कर रहे हैं। इससे शास्त्री के साथ ही भाजपा के खिलाफ भी माहौल बनाया जा रहा है। अभी हाल ही में धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने जिस तरह हैहय क्षत्रिय समाज के भगवान सहस्त्रार्जुन के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक भाषा का उपयोग किया है उसका देशभर में विरोध हो रहा है। बागेश्वर महाराज ने भगवान सहस्त्रार्जुन को कुकर्मी, बलात्कारी और राक्षस तक बता दिया है। उनके इस वीडियो से देश भर के लगभग 15 करोड़ हैहय क्षत्रिय वंशी नाराज हैं। इसके बाद उनके द्वारा देशभर में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है।
अंधविश्वास फैलाने का आरोप
धीरेंद्र शास्त्री पर कथा के नाम पर अंधविश्वास और जादू-टोना फैलाने का आरोप जुड़ा है। महाराष्ट्र के नागपुर में एक श्री राम चरित्र-चर्चा आयोजित की गई थी। ये कथा 13 जनवरी तक चलनी थी, लेकिन कार्यक्रम दो दिन पहले यानी 11 जनवरी को ही संपन्न हो गया। ऐसा कहा गया कि महाराष्ट्र की अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति की ओर से दी गई चुनौती के कारण धीरेंद्र शास्त्री कार्यक्रम से भाग गए।
शाहरुख की फिल्म बायकॉट करने को कहा
धीरेंद्र शास्त्री का एक और विवादित वीडियो कुछ दिन पहले ही सामने आया था। उसमें धीरेंद्र शास्त्री, शाहरुख खान की पठान मूवी के बायकॉट की बात कह रहे थे। उन्होंने कहा था, तुम्हें सौगंध है, पूरे भारत के लोगों को। तुम्हें शपथ है, जो सनातन का विरोध करे, चाहे वो नेता हो या अभिनेता हो। देखो तुम लोगों ने एक अभिनेता की फिल्म बायकॉट की थी, तो सारे कलावा बांधने लगे, तिलक लगाने लगे। मंदिर जाने लगे, वो भी जिनके नाम के पीछे खान लिखा है। आज शपथ लो, दोनों हाथ उठाकर ऐसे लोगों की फिल्म नहीं देखोगे।
धार्मिक आधार पर भडक़ाने का आरोप
अप्रैल, 2022 में एक धीरेंद्र शास्त्री का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें धीरेंद्र शास्त्री हिंदू समुदाय के लोगों को भडक़ाने की कोशिश करते देखे गए थे। वीडियो में धीरेंद्र शास्त्री आक्रामक भाषा में हिंदुओं से बुलडोजर खरीदने को बोल रहे थे। हथियार उठाने को कह रहे थे। और भी बहुत कुछ बोले थे। जो तुम्हारे घर पर पत्थर फेंके, उसके घर जेसीबी लेकर चलो, क्योंकि भारत सनातनियों का है। अगर सनातनियों के देश में राम की यात्रा पर रामनवमी पर कोई पत्थर मारे… बुजदिलों, कायरों जग जाओ। सब हिंदुओं अपने हाथ में हथियार उठा लो और कह दो हम सब हिंदू एक हैं।
छुआछूत को बढ़ावा देने का आरोप
मई, 2022 में धीरेंद्र शास्त्री का एक और वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो उनके अछूत शब्द बोलने से जुड़ा था। वीडियो में धीरेंद्र शास्त्री किसी शख्स को पास बुला रहे थे। जब उस शख्स ने उनके पैर छूने की कोशिश की तो धीरेंद्र शास्त्री उसे रोक देते हैं। वीडियो में 25 सेकेंड तक का हिस्सा वायरल हुआ। इस हिस्से में धीरेंद्र शास्त्री कहते हैं, संत तुकाराम और उनकी पत्नी पर विवादित बयान सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था, जिसमें धीरेंद्र शास्त्री को यह कहते हुए दिखे कि संत तुकाराम की पत्नी उन्हें रोज डंडे से मारती थी। इस वीडियो के सामने आने के बाद धीरेंद्र शास्त्री ने तुरंत माफी मांगी और अपना स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि मेरे शब्दों से जिनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है, मैं उनसे हाथ जोडक़र माफी मांगता हूं। देश-प्रदेश में माहौल बनाया जा रहा है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को भाजपा का भरपूर समर्थन है। ऐसे में शास्त्री के इन बयानों का असर भाजपा पर पड़ सकता है।
मुजफ्फरपुर में परिवाद दायर
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के एसीजीएम फर्स्ट वेस्ट के कोर्ट में हिंदुओं की भावना को आहत पहुंचने के मामले में उनके खिलाफ परिवाद दायर किया गया है। भगवान की तुलना खुद से की जाने को लेकर परिवाद दायर किया गया है। अधिवक्ता सूरज कुमार ने बताया कि राजस्थान के एक धार्मिक आयोजन के दौरान में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के द्वारा एक बयान जारी किया गया था, जिसमें उन्होंने खुद को भगवान हनुमान का अवतार बताकर हिंदू धर्म की रक्षा करने वाला खुद को बताया था, जो कि हिंदू धर्म की भावना को आहत करता है।
साईं भक्तों को पहुंचाया ठेस
वहीं जबलपुर में कथा के दौरान पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने साईं बाबा को लेकर विवादित बयान दिया था। इसे लेकर बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर महाराष्ट्र में केस हुआ था। साथ ही इसे लेकर साईं भक्तों में भी आक्रोश था। इसके बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने बयान से पलट गए हैं। उन्होंने इस बयान को लेकर खेद प्रकट किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा है कि हमारा इरादा किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था।