अब श्रीमंत ने साधा दिग्विजय पर निशाना

अब श्रीमंत ने साधा दिग्विजय पर निशाना.

दिग्विजय सिंह और श्रीमंत के बीच पुरानी आदावद जगजाहिर है। ऐसे में अब श्रीमंत ने दिग्विजय पर निशाना साधा है। उन्होंने बीते रोज दिग्विजय का एक वीडियो शेयर करते हुए अहंकार त्यागने की सीख दे डाली है। प्रतिउत्तर में दिग्विजय ने भी श्रीमंत को सीख के लिए धन्यवाद दे दिया। वायरल हुआ वीडियो बुरहानपुर का है, जिसमें दिग्विजय सिंह एक कार्यकर्ता से बहस के बाद उसे बाहर जाने का बोल रहे हैं। श्रीमंत ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि अपनी पार्टी के ही नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ षड्यंत्रकारी तरीके से पेश आने व दुर्व्यवहार करने की दिग्विजय सिंह जी की पुरानी आदत रही है। उन्हें लगता है, सभी उनके इशारे पर रिमोट की तरह काम करेंगे। राजा साहब दिग्विजय जी अहंकार त्यागे, लोगों को अपनाना और सम्मान देना सीखें।

सज्जन के बिगड़े बोल
चुनावी साल में भी कांग्रेस नेताओं द्वारा विवादास्पद बयान देना जारी है। इसकी वजह से पार्टी को नुकसान हो सकता है। इसके बाद भी लोगों की भावनाओं को आहत करने में कुछ नेता पीछे नही हैं। अब पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का ऐसे ही एक बयान का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे सार्वजनिक रूप से कह रहे हैं कि, आजकल धर्म की बड़ी दुकानें खुल गई हैं, पहले छोटी थीं, अब जनरल स्टोर खोल लिया है। वो धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर वाला, एक सीहोर का पं. मिश्रा, दोनों ने बड़ी दुकान खोल ली है। फिलहाल वर्मा के इस बयान की जमकर आलोचना हो रही है।

अब कोठारी ने कसा तंज
पूर्व गृह मंत्री हिम्मत कोठारी ने अपनी ही पार्टी के विधायकों और सांसदों पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि मेगा टेक्सटाइल्स पार्क रतलाम सहित 4 अन्य जिलों में आने के लिए सर्वे किया गया था, लेकिन अब धार जिले के बदनावर में यह टेक्सटाइल प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल गई है। उन्होंने इस मामले में नाराजगी जताते हुए कहा कि रतलाम जिले के 3 विधायक रतलाम ग्रामीण, रतलाम शहर और जावरा विधायक व सांसद गुमान सिंह इस प्रोजेक्ट के जाने पर मौन हैं। टेक्सटाइल पार्क के लिए जो भी शर्तें हैं, वो रतलाम में मौजूद हैं। इन जनप्रतिनिधियों के मौन रहने के कारण एक बड़ी सौगात रतलाम से चली गई है।

एडीजी गुप्ता पीएचक्यू में पदस्थ
एडीजी डीपी गुप्ता की नई पदस्थापना पुलिस मुख्यालय में की गई है। गुप्ता एडीजी होमगार्ड के पद पर पदस्थ थे। उनका तबादला कर उन्हें एडीजी पीएचक्यू बनाया गया है। दरअसल गुप्ता बीमार हैं और उनका इलाज चल रहा है। माना जा रहा है कि बीमारी के चलते ही उनकी पदस्थापना भोपाल में की गई है। फिलहाल गुप्ता की जगह किसी नए अफसर की जबलपुर में पदस्थापना नहीं की गई है। बताया जाता है कि गुप्ता पहले ही अपने तबादले का आग्रह सरकार से कर चुके थे।