अगले हफ्ते आदिवासी इलाकों में भाजपा निकालेगी यात्राएं

मोदी व शाह से लेकर नड्डा तक होंगे शामिल.

भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। विधानसभा चुनाव से पहले अब भाजपा प्रदेश में आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए एक साथ पांच बड़ी यात्राएं निकालने वाली है, जिसे गौरव यात्रा का नाम दिया गया है। इसमें अहम बात यह है कि यह सभी यात्राएं आदिवासी बाहुल इलाकों में निकाली जाना है, जिनका नेतृत्व भी पार्टी के ही आदिवासी नेता करेंगे। यह यात्राएं बालाघाट से शहडोल, छिंदवाड़ा से शहडोल, सिंगरामपुर से शहडोल, कलिंजर फोर्ट (उप्र) से शहडोल और धौहनी ( सीधी से शहडोल) तक निकाली जाएंगी। यह बात अलग है कि यह यात्राएं भी विंध्य और महाकौशल अंचल मे ही निकाली जाएंगी।
इन यात्राओं में पार्टी के शीर्ष नेता भी शामिल होंगे। इनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केन्द्रीय गृहमंत्री अतिम शाह शामिल हैं। यह सभी यात्राएं 22 जून को शुरू होंगी और 26 जून को समाप्त होंगी। दरअसल यह दोनों अंचल भाजपा के गढ़ हैं और बीते आम चुनाव में विंध्य अंचल ने भाजपा का भरपूर साथ दिया था, जबकि महाकौशल में भाजपा को बढ़ा नुकसान उठाना पड़ा था। लेकिन अब हालात अलग नजर आ रहे हैं। इसकी वजह है विंध्य अंचल को सरकार में पर्याप्त भागीदारी नहीं मिलने की वजह से वहां मतदाताओं में असंतोष व्याप्त है। यही नहीं बीते चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा के आदिवासी वोटबैंक में भी सेंध लगाने में सफलता पायी थी। यही वजह है कि भाजपा का अब आदिवासी बाहुल इन दोनों ही अंचलों की सीटों पर खास फोकस है। भाजपा की इन गौरव यात्राओं को अलग-अलग इलाकों में निकाला जा रहा है, जिसमें बालाघाट से शुरु होने वाली यात्रा का शुभारंभ केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा किया जाएगा। यहां यात्रा को वीरांगना रानी दुर्गावती गौरव यात्रा के नाम से निकाली जाएगी। जबकि समापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जाएगा।
यह है विस सीटों का आंकड़ा
भाजपा को महाकौशल में 2018 के विधानसभा चुनाव में निराशा मिली थी। यहां की 38 सीटों में से भाजपा सिर्फ 11 सीटें ही जीत सकी थी, जबकि कांग्रेस ने 26 सीटों पर जीत दर्ज की थी। एक सीट निर्दलीय के खाते में गई थी। इस अंचल में 13 सीटें आदिवासियों और 3 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इसी तरह से इस अंचल में नगरीय निकाय चुनाव में भी भाजपा का परिणाम उत्साह जनक नहीं रहा। यहां जबलपुर और छिंदवाड़ा महापौर का चुनाव भाजपा हार गई। कमलनाथ के गढ़ में 18 साल बाद महापौर का चुनाव हारी है, जबकि जबलपुर में 22 साल बाद भाजपा हारी। वहीं, कटनी में भी निर्दलीय प्रत्याशी प्रीति सूरी चुनाव जीती थी। हालांकि बाद में वह भाजपा में शामिल हो गई। इस अंचल से कांग्रेस ने दो विधायकों को मंत्री बनाया था। वहीं, भाजपा ने अपने मंत्री परिषद में महाकौशल से किसी को भी मंत्री नहीं बनाया है। इसी तरह से विंध्य अंचल के तहत 7 जिलों में 30 विस सीटें आती हैं जिसमें से भाजपा के पास 24 और कांग्रेस के पास महज 6 सीटें हैं।
आधा सैकड़ा सीटें साधने की कवायद
दरअसल भाजपा की पांचों गौरव यात्राएं दोनों अंचल की आधा सैकड़ा विधानसभा सीटों से होकर गुजरेगी। माना जा रहा है कि भाजपा इन सीटों को साधने की रणनीति पर काम कर रही है। इसकी वजह है भाजपा को इस बार महाकौशल के साथ ही विंध्य को लेकर भी संशय बना हुआ है। इसकी वजह है विंध्य की जनता में सत्ता में भागीदारी दिए जाने में की गई उपेक्षा की वजह से नाराजगी। यही नहीं इस अंचल में पार्टी के ही विधायक नारायण त्रिपाठी पृथक विंध्य की मांग को लेकर भी लगातार सक्रिय बने हुए हैं।
यह है यात्राओं का कार्यक्रम
दमोह जिले की जबेरा विधानसभा के सिंगरामपुर से मध्य प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह 22 जून को यात्रा की शुरुआत करेंगे। वहां से यह यात्रा मझौली (पाटन) पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी। अगले दिन सिहोरा शहर और जबलपुर शहर होते हुए बरगी समाधि स्थल पर रात्रि विश्राम करेगी। 24 जून को सिहोरा विधानसभा के कुंडम से यात्रा शुरू होकर डिंडोरी जिले के शहपुरा में रात्रि विश्राम करेगी। 25 जून को बिरसिंहपुर पाली में रात्रि विश्राम के बाद 26 जून को यह यात्रा शहडोल पहुंचेगी, जहां इसका समापन होगा। बालाघाट से शहडोल तक निकलने वाली यात्रा में केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मौजूद रहेंगे। यह यात्रा बालाघाट से शुरू होकर बैहर में रात्रि विश्राम करेगी। अगले दिन बिछिया से डिंडोरी पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी 24 जून को पुष्पराजगढ़ में यह यात्रा रात्रि विश्राम करेगी। 25 जून को अनूपपुर से जैतपुर पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी। इसका समापन शहडोल में 26 जून को होगा। इसी तरह से छिंदवाड़ा से शहडोल तक निकलने वाली यात्रा की शुरुआत सांसद दुर्गादास उईके करेंगे। यात्रा छिंदवाड़ा से चौरई होकर सिवनी पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी। अगले दिन केवलारी से शुरू होकर लखनादौन होते हुए मंडला पहुंचकर रात्रि विश्राम करेगी। 24 जून को शहपुरा में रात्रि विश्राम करेगी। 25 जून को पाली मानपुर में रात्रि विश्राम करेगी। इस यात्रा का अंतिम पड़ाव शहडोल में 26 जून को रहेगा। इसी तरह से उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के कालिंजर किले से संपतिया उइके और सह प्रभारी सुमेर सिंह सोलंकी 23 जून को यात्रा की शुरुआत करेंगे। इसके बाद अजयगढ़ में इसका रात्रि विश्राम होगा। 24 जून को यात्रा का बड़वारा में रात्रि विश्राम होगा। 25 जून को यात्रा अमरपुर में रात्रि विश्राम करेगी और 26 जून को शहडोल में इसका समापन होगा, जबकि सीधी जिले के धौहनी से सांसद हिमाद्री सिंह यात्रा की शुरुआत करेंगी। इस यात्रा का रात्रि विश्राम कुसमी में होगा। अगले दिन व्यौहारी, जयसिंह नगर होते हुए 26 जून को यह यात्रा शहडोल पहुंचेगी जहां इसका समापन होगा।