हर माननीय की कोशिश कि उनके क्षेत्र में हो कम से कम एक सीएम राइज स्कूल…
भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। सरकारी खर्चे पर आधुनिक क्लास में पढ़ने की लालसा को पूरा कर रहे सीएम राइज स्कूल आज मप्र में विकास का ऐसा मॉडल बने गए हैं कि, हर सांसद और विधायक की कोशिश है कि उनके क्षेत्र में अधिक से अधिक सीएम राइज स्कूल स्थापित हों। इसके लिए प्रदेश के विधायकों में होड़ मच गई है। विधायकों ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर अपने क्षेत्र में सीएम राइज स्कूल खोलने की मांग की है। दरअसल, सीएम राइज स्कूलों में निजी स्कूलों की तरह सारी आधुनिक सुविधाएं मिल रही है। इससे छात्रों के लिए ये आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरुण शमी का कहना है कि मांग के अनुसार नवीन सीएम राइज स्कूल खोलने के लिए वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। वित्त विभाग से जितनी स्वीकृति मिलेगी। उसी के अनुसार प्रदेश में सीएम राइज स्कूल खोले जाएंगे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 29 अक्टूबर 2022 को इंदौर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में 2519 करोड़ 12 लाख रुपए की लागत के 69 सीएम राइज स्कूल का भूमि-पूजन किया था। यह प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि थी। सीएम राइज स्कूलों में स्मार्ट माध्यम से शिक्षा दी जा रही है और आधुनिक प्रयोगशाला, कम्प्यूटर लेब, स्मार्ट क्लॉस, पुस्तकालय की सुविधा के साथ कला, संगीत, खेल-कूद और व्यावसायिक शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी भी इन स्कूलों में उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। दरअसल, राज्य शासन ने स्कूली शिक्षा में आमूल-चूल परिवर्तन करने के लिए सीएम राइज स्कूल शुरू करने का क्रांतिकारी निर्णय लिया है। ये स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता को और भी बेहतर बनाने के लिए खोले जा रहे हैं। सीएम राइज स्कूल में केजी से लेकर कक्षा 12वीं तक शिक्षा दी जा रही है। प्रदेश में 2 चरण में 9 हजार 95 सीएम राइज स्कूल खोले जाने है। प्रथम चरण में वर्ष 2021-24 में प्रत्येक जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर 360 स्कूल खोले जायेंगे। दूसरे चरण में वर्ष 2024 से 2031 तक प्रत्येक 10 से 15 किलोमीटर में एक सीएम राइज स्कूल शुरू होगा और 8 हजार 735 स्कूल खोले जायेंगे। सीएम राइज स्कूल का लक्ष्य छात्रों के सीखने के स्तर में उल्लेखनीय प्रगति लाना रहेगा।
50 विधायकों के पत्र आए
जिन क्षेत्रों में सीएम राइज स्कूल शुरू हो गए हैं , वहां के छात्र और अभिभावक काफी खुश हैं। ऐसे में अब हर कोई चाहता है कि उनके क्षेत्र में कम से कम एक सीएम राइज स्कूल तो होना की चाहिए। इसलिए राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी सीएम राइज स्कूल योजना अब विधायकों के बीच प्रतिस्पर्धा बन गई है। हर विधायक इस प्लान में अधिक से अधिक स्कूल अपने विधानसभा क्षेत्रों में चाह रहे हैं। विभाग में अफसरों के अनुसार शिक्षा विभाग में 50 विधायकों के पत्र आए हैं, जिन्होंने अपने क्षेत्रों में सवा सौ से अधिक स्कूल मांगे हैं। समय-सीमा में राशि मिले। इसके लिए वित्त विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। शिक्षा विभाग ने प्रथम चरण के दौरान राज्य में 275 स्कूल खोले थे।
विधायकों की मांग पर 130 स्कूल
शिक्षा विभाग के अधिकारियों का दावा है कि सीएम राइज स्कूलों में हर दिन होती नई गतिविधियों ने बच्चों के अभिभावकों को आकर्षित किया है। यही वजह है कि सीट क्षमता से अधिक अनुपात में प्रवेश के लिए आवेदन आ रहे है। विद्यालयों में नवाचार, शिक्षकों और बच्चों के बीच बेहतर अनुशासन प्रेरणादायी बन रहे हैं। विद्यालयों की भव्य साज सज्जा आधुनिक लैब, प्रयोगशाला और अध्यापन पैटर्न से बच्चों की शैक्षणिक प्रगति हो रही है। यही कारण है कि हर विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में अधिक से अधिक स्कूल चाह रहा है। विधायकों ने अपने पत्रों में क्षेत्रीय जनता की मंशाओं का जिक्र भी किया है। अधिकारियों के अनुसार इन विधायकों की मांग संख्या में 130 स्कूल आ रहे हैं। कई विधायकों ने ऐसी ही संस्थाओं को सीएम राइज करने की डिमांड की है, जिनमें वर्तमान में स्कूल लग रहे हैं।