पार्टी जनता के बीच रहने की रणनीति पर कर रही काम
भोपाल/मंगल भारत।मनीष द्विवेदी। चुनावी साल में मतदाताओं को लुभाने के लिए भाजपा लगातार यात्राएं निकाल कर उनके बीच पहुंच रही है। इसी कड़ी में पार्टी अब विकास के साथ सामाजिक समरसता को लेकर यात्राएं निकालने जा रही है। पार्टी की कोशिश है कि अधिक से अधिक समय जनता के बीच रहा जाए, ताकि चुनाव में उसका फायदा मिल सके। गौरतलब है की अभी एक महीने तक प्रदेश भर में बूथ स्तर पर घर-घर जनसंपर्क महाभियान चल रहा था। वहीं आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहडोल में रानी दुर्गावती गौरव यात्रा का समापन करेंगे। इससे पहले भी भाजपा ने 5 फरवरी से 25 फरवरी तक पूरे प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर विकास यात्रा निकाली और जनता के बीच पहुंचकर उनसे संवाद किया। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राजधानी प्रवास के दौरान बूथ कार्यकर्ताओं को दिए गए मंत्र पर अमल करते हुए विधानसभा चुनाव जीतने की गरज से भाजपा विकास के साथ सामाजिक मुद्दों पर भी खास फोकस कर रही है। इसके लिए 15 जुलाई से 15 अगस्त तक विकास पर्व तो इसके बाद हर विधानसभा क्षेत्र में सामाजिक समरसता यात्राएं शुरू की जा रही हैं। इसे लेकर संगठन स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं।
अल्पकालीन विस्तारक मैदानी मोर्चे पर
प्रधानमंत्री से संवाद के बाद बारह सौ अल्पकालीन विस्तारक विधानसभा क्षेत्रों में उतर गए हैं। ये वे कार्यकर्ता है, जिन्होंने पार्टी के बूथ विस्तारक अभियान में बेहतर काम किया था। पूरे देश में तीन हजार कार्यकर्ताओं को चुना गया था। इन विस्तारकों को उन राज्यों में भेजा जाना है, जहां विधानसभा चुनाव होने हैं। इन्हीं में 12 सौ कार्यकर्ताओं ने एमपी में डेरा डाल लिया है। ये कार्यकर्ता अब विधानसभा चुनाव के बाद ही अपने घरों को लौटेंगे। एक कार्यकर्ता पूरे विधानसभा के बूथों पर जाकर वहां के काम को देखेगा और मजबूती प्रदान करेगा। इसके अलावा हर बूथ में प्रधानमंत्री द्वारा बताएं नए कामों को भी शुरू किया जाएगा।
अब नए टारगेट पर भाजपा
भाजपा अभी तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल के नौ साल पूरे होने पर आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में व्यस्त थी। कार्यक्रमों की यह श्रृंखला 30 जून को समाप्त हो चुकी है। संगठन अब दूसरे कार्यक्रम हाथ में लेने जा रहा है। प्रदेश में 15 जुलाई से विकास यात्राएं शुरू करने की तैयारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गत दिवस कैबिनेट की बैठक में इन यात्राओं को लेकर मंत्रियों से चर्चा कर चुके हैं। ये यात्राएं हर विधानसभा क्षेत्र में निकाली जाएंगी। इन यात्राओं के जरिए विधायक अपने क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के बारे में आम जनता को बताएंगे। इसके लिए प्रदर्शनी आदि का भी आयोजन किया जाएगा। इन यात्राओं में जो काम हो चुके हैं ,उनका लोकार्पण और जो शुरू होने हैं , उनका भूमिपूजन किया जाएगा। 15 अगस्त को इन यात्राओं का समापन होगा।
15 अगस्त से सामाजिक समरसता यात्रा
वहीं पार्टी 15 से 30 अगस्त तक सामाजिक समरसता का संदेश लेकर यात्राएं निकालेगी। इन यात्रा को संत रविदास मंदिर निर्माण यात्रा का नाम दिया है। मुख्यमंत्री ने सागर में सौ करोड़ की लागत से संत रविदास का भव्य मंदिर बनाने का ऐलान पिछले दिनों किया था। यह यात्रा उसी के मद्देनजर है पर इसका असली मकसद अनुसूचित जाति कार्यकर्ताओं से सीधा संपर्क करना और उसे भाजपा से जोडऩा है। इस यात्रा के दौरान पार्टी कार्यकर्ता सभी समाज की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। यात्राओं में हर व्यक्ति शिला पूजन कर एक मु_ी मिट्टी, नदियों और जलाशयों का एक कलश जल अर्पित करेंगे। इसका उपयोग संत रविदास मंदिर के निर्माण में किया जाएगा।
100 करोड़ की लागत है संत रविदास के मंदिर की
भाजपा की प्रदेश सरकार सागर में सामाजिक सरसता के पुरोधा संत रविदास जी का 100 करोड़ की लागत से मंदिर बना रही है। इस मन्दिर के निर्माण में समाज के हर व्यक्ति की भागीदारी हो, इसके लिए 15 अगस्त से 30 अगस्त के बीच सामाजिक समरसता का संदेश लेकर प्रदेश की सभी विधानसभाओं में संत रविदास मन्दिर निर्माण यात्रा निकलेगी। हर विधानसभा में यात्रा का भव्य स्वागत हो और हर व्यक्ति इस यात्रा से जुड़े इसके लिए विधानसभा और मंडल स्तर पर व्यापक तैयारियां हों। भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी डॉ. रामशंकर कठेरिया के मुताबिक कांग्रेस 60 साल से अधिक सत्ता में रही लेकिन, उसने न तो संत रविदास जी का मंदिर बनाया और न ही डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के पंचतीर्थ बनाएं। कांग्रेस गरीबी हटाने के झूठे नारे देकर अनुसूचित वर्ग के वोट कबाड़ती रही, लेकिन उनके महापुरुषों को सम्मान नहीं दिया। जबकि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल जी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार और पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुसूचित वर्ग की न सिर्फ चिंता की बल्कि, अंबेडकर के जीवन से जुड़े स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया है। भाजपा की प्रदेश सरकार सागर में 100 करोड़ की लगत से संत रविदास जी का भव्य मंदिर बना रही है। भाजपा सरकार के यह किये गये कार्य दर्शाते हैं कि अनुसूचित वर्ग को कोई सच्चा हितैषी है तो वह भाजपा है।
योजनाओं के बल पर विश्वास जीतने की कोशिश
भाजपा को विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिली थी। साल 2018 में कांग्रेस ने मप्र में परचम लहरा दिया, लेकिन केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की नाराजगी के चलते एक बार फिर एमपी में शिवराज की सरकार बन गई। इस बार कांटे का मुकाबला बताया जा रहा है। इसी के चलते जनता का विश्वास जीतने की कोशिश जारी है।