बोले गोविंद सिंह, रावतपुरा सरकार बाबा नहीं व्यापारी हैं
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने रावतपुरा सरकार के महंत रविशंकर महाराज पर एक बार फिर से निशाना साधते हुए कहा है कि वे बाबा नहीं , बल्कि एक व्यापारी हैं। वे गरीबों की जमीनों पर कब्जे कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब समेत कई राज्यों में रावतपुरा सरकार के महंत ने संपत्ति जुटाई हैं। यहां स्कूल, कॉलेज खोल कर धंधा कर रहा है। उन्होंने कहा- पूर्व में रमाशंकर सिंह के चुनाव में भी उन्होंने पूरी सक्रियता से भाग लिया था, प्रत्याशी हारने के बाद उनकी क्षेत्र में छवि धूमिल हो गई। जिसके बाद बाबा ने मुझसे कहा था कि मुझे राजनीति से कोई मतलब नहीं है, लेकिन अब फिर से मंदिर पर भाजपा के साथ मिल कर कांग्रेस के लिए षड्यंत्र कर रहा है। इसका परिणाम वही होगा, जो रमाशंकर सिंह के चुनाव में हुआ था।
पांच आईपीएस अफसरों को मिला अतिरिक्त प्रभार
शिव सरकार ने पांच आईपीएस अफसरों को अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। जारी आदेश में एडीजी ग्वालियर रेंज डी. श्रीनिवास वर्मा को आईजी विसबल रेंज ग्वालियर, आईजी भोपाल देहात अभय सिंह को आईजी विसबल रेंज भोपाल व आईजी दूरसंचार का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। डीआईजी ग्वालियर रेंज कृष्णा वेनी देशावतु को डीआईजी चंबल रेज मुरैना, डीआईजी छतरपुर ललित शाक्यवार को डीआईजी सागर रेंज और डीआईजी बालाघाट मुकेश कुमार श्रीवास्तव को डीआईजी शहडोल रेंज का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है। मप्र में मैदानी पुलिसकर्मियों की पदोन्नति होना है। रेंज में डीआईजी व आईजी स्तर के अफसरों के पद रिक्त होने से पदोन्नति नही हो पा रही थी। अतिरिक्त प्रभार सौंपे जाने के बाद से पदोन्नति की प्रक्रिया तेज हो जाएगी।
कमलनाथ करवाएंगे पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा
चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा में धीरेंद्र शास्त्री (बागेश्वर धाम) की कथा करवाने जा रहे हैं। कथा की तारीख अगले एक-दो दिन में तय हो जाएगी। उनकी कथा अगस्त माह में करवाए जाने का तीन दिन का कार्यक्रम है। यह आयोजन सिमरिया में हनुमान मंदिर में होगा। यहां नाथ ने 101 फुट ऊंची हनुमानजी की प्रतिमा बनवाई है। दो दिन पहले नाथ ने छिंदवाड़ा में धार्मिक सीरियल में हनुमान का रोल करने वाले विक्रम मस्ताल को कांग्रेस ज्वाइन करवाई थी। विक्रम बुधनी के रहने वाले हैं। आगामी दिनों में छिंदवाड़ा में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा आयोजन का भी कार्यक्रम है।
आदिवासियों की जमीन के फेर में उलझे चार आईएएस अफसर
जबलपुर और कटनी जिलों में आदिवासियों की 5सौ करोड़ की जमीनें गैर आदिवासियों को बेचने की मंजूरी देने के मामले में लोकायुक्त ने चार आईएएस अफसरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। यह आईएएस हैं, दीपक सिंह, ओमप्रकाश श्रीवास्तव, बसंत कुर्रे और एमपी पटेल । चारों अफसर 2006 से 2011 के बीच जबलपुर जिले में अपर कलेक्टर रहे थे। इसी दौरान आदिवासियों की जमीनें हेरफेर कर बेची गईं। कुल 13 मामलों में करीब 50 हेक्टेयर से अधिक जमीनों का हस्तांतरण गैर आदिवासियों के नाम किया गया। 13 प्रकरणों में से सर्वाधिक 7 मंजूरियां बसंत कुर्रे ने, 3 में ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने, 2 मामलों में एमपी पटेल और 1 मामले में दीपक सिंह ने जमीन हस्तांतरण की अनुमति दी थी।
दिग्विजय ने कहा- अबकी बार गद्दारों को नहीं दिया जाएगा कोई मौका
मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर ग्वालियर -चंबल अंचल राजनीतिक गढ़ बना गया है। यही कारण है कि बीजेपी और कांग्रेस के तमाम बड़े नेता वहां पर डेरा डाले हुए हैं। इसी कड़ी में बीते रोज पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी ग्वालियर पहुंचे। वहांं उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बड़ा बयान दिया है। दिग्विजय सिंह ने कहा, मध्यप्रदेश में इस बार गद्दारों को कोई मौका नहीं दिया जाएगा। अबकी हम मध्यप्रदेश में अच्छा बहुमत जीतकर सरकार बनाएंगे और दृढ़ता से अपने वचन पत्र को पूरा करेंगे। वहीं, सीधी की घटना को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस प्रकार का कृत्य निंदनीय है, इसको माफ नहीं किया जा सकता। यह ऐसी घटना है, जिससे मन विचलित हो जाएगा। प्रदेश में अगर ऐसी घटनाएं हो रही है तो काफी गंभीर विषय है।