सरकार को हाईकोर्ट की नाराजगी पड़ सकती है भारी

सरकार को हाईकोर्ट की नाराजगी पड़ सकती है भारी.

सरकार अपने रवैये से हाईकोर्ट को सख्त होने पर मजबूर कर रही है। ये टिप्पणी फर्जी नर्सिंग कॉलेज मामले की सुनवाई के दौरान गुरुवार को हाईकोर्ट चीफ जस्टिस रवि विजय कुमार मलिमठ व जस्टिस विशाल मिश्रा की युगलपीठ ने की। युगलपीठ ने डीएमई को पूर्व रजिस्ट्रार के खिलाफ की गई। डे-टू-डे कार्यवाही रिपोर्ट के साथ मौजूद होने के निर्देश जारी किए हैं। सरकार ने स्टेला पीटर को रजिस्टार नियुक्त किया है। उन्होंने साल 2020 में ग्वालियर संभाग के 46 कॉलेजों का मान्यता इंस्पेक्टर के रूप में निरीक्षण किया था। उन्होंने ही इन कॉलेजों को मान्यता देने की अनुशंसा की थी। हाईकोर्ट के आदेश में हुई जांच के दौरान 70 कॉलेज फर्जी पाए गए थे, जिसमें से 16 कॉलेजों को मान्यता प्रदान करने पीटर ने अनुशंसा की थी। पूर्व रजिस्ट्रार पर कार्यवाही में देर तथा रजिस्ट्रार की नियुक्ति के संबंध में सरकार की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर युगलपीठ ने तल्ख टिप्पणी की।

भाजपा मंडल अध्यक्ष पहुंचे जेल
विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा के सिंहपुर मंडल के अध्यक्ष को लूट के मामले में जेल हो गई है। इतना ही नहीं भाजपा का यह मंडल अध्यक्ष पुलिस की गुंडा लिस्ट में भी शामिल है। सिंहपुर पुलिस की गुंडा लिस्ट में शामिल कृष्ण गर्ग को हाल ही में पार्टी ने सिंहपुर मंडल की कमान सौंपी थी। गर्ग के खिलाफ तीन अलग-अलग थानों में पांच मामले पंजीबद्ध हैं, इन पांच मामलों में से एक मामले में भाजपा मंडल अध्यक्ष को सात साल की सजा हुई है। गर्ग के खिलाफ जिले के नागौद व सिंहपुर थाने में दो-दो तथा कोटर थाने में एक मामला पंजीबद्ध है। इसमें से एक मामला तो उनके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत भी दर्ज है।

कांग्रेस को करना पड़ रहा ब्राह्मणों के विरोध का सामना
बिरसिंहपुर में बीते रोज कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान ब्राह्मण समाज के विरोध के कारण भारी गहमागहमी की स्थिति बन गई। सम्मेलन में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, विधायक जीतू पटवारी और नीलांशु चतुर्वेदी समेत कई नेता पहुंचे। विरोध को देखते हुए चित्रकूट एसडीओपी आशीष जैन के साथ 5 थाना प्रभारियों को बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ मोर्चा संभालना पड़ा। इसके बावजूद कांग्रेसी और ब्राह्मण समाज के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए और उनके बीच मारपीट तक हो गई। अजय सिंह के विरोध में जमकर नारेबाजी भी हुई। इसके बाद समाज के लोगों ने थाने के सामने धरना दे दिया। काफी बातचीत के बाद वे माने। दरअसल, सीधी कांड को हवा देने का आरोप लगाते हुए ब्राह्मण समाज ने कांग्रेसियों का विरोध करने का ऐलान पहले से ही किया हुआ है।

अब लोकायुक्त ने कसा शिंकजा
लोकायुक्त संगठन पुलिस ने देवास सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के सीईओ, सीओओ और विश्वास ट्रांसपोर्ट सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। उन पर अधिकार नहीं होने के बावजूद बसों का मार्ग बदलने का आरोप है। अफसरों ने यह फैसला ट्रांसपोर्ट कंपनी के हित में लिया था। प्रकरण दर्ज करने की कार्रवाई लोकायुक्त संगठन पुलिस ने 10 जनवरी 2023 को मिली शिकायत के आधार पर की है। बसों का संचालन सात साल के लिए होना था। इस दौरान बसों की खरीदी पर सब्सिडी दी गई थी। ट्रांसपोर्ट कंपनी द्वारा साल 2022 में तीन बसों का विक्रय करने के एक साल बाद भी तीन नई बसें नहीं खरीदी गई। सीईओ और सीओओ कई बसों का मार्ग परिवर्तन कर दिया गया था, जबकि वे इसके लिए अनुमति देने में सक्षम नहीं थे।