विंध्य में ब्राह्मणों को साधने कांग्रेस जोशी को उतारेगी

विंध्य में ब्राह्मणों को साधने कांग्रेस जोशी को उतारेगी.

बीते आम विधानसभा चुनाव में विंध्य अंचल में कांग्रेस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था, जिसकी वजह से कांग्रेस को बहुमत से दूर रहना पड़ा था, जिससे सबक लेते हुए अब कांग्रेस विंध्य के ब्राह्मणों को साधने के लिए पूर्व मंत्री दीपक जोशी को उतारने जा रही है। जोशी सतना – रीवा की ब्राह्मण बाहुल्य सीटों पर कांग्रेस की जमीन तैयार करेंगे। दरअसल, भाजपा के पास विंध्य में कई बड़े ब्राह्मण नेता हैं, लेकिन कांग्रेस के पास ऐसा कोई चेहरा नहीं है। विंध्य के सात जिलों में 30 सीटें हैं। इनमें 23 सीटें ऐसी हैं, जहां ब्राह्मण आबादी 30 फीसदी से अधिक है। ऐसे में कांग्रेस जन आक्रोश यात्रा के दौरान जोशी को ऐसी सीटों पर उतारकर विंध्य के 14 फीसदी वोट को साधेगी। वर्तमान में यहां पर 24 विधायक भाजपा के हैं और छह सीटें कांग्रेस के पास हैं।

निकुंज कुमार श्रीवास्तव बनेंगे केंद्र में एडिशनल सेक्रेट्री
मप्र कॉडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी निकुंज कुमार श्रीवास्तव का केंद्र सरकार में एडिशनल सेक्रेट्री के लिए इनपैनलमेंट हो गया है। केंद्र सरकार ने देशभर के कुल 16 अफसरों का एडिशनल सेक्रेट्री के लिए इनपैनलमेंट किया है। इनमें श्रीवास्तव मप्र कॉडर के अकेले अधिकारी हैं। श्रीवास्तव 1998 बैच के आईएएस हैं। वे इस समय प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिक विभाग के पद पर पदस्थ हैं। उनके पास प्रमुख सचिव राजस्व विभाग और राहत आयुक्त व पुनर्वास का भी अतिरिक्त दायित्व है।

कमलनाथ बोले- रेट कार्ड से चल रही है सरकार
विस चुनाव से पहले मप्र की शिवराज सरकार भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी हुई है। विपक्षी दल कांग्रेस भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हमलावर है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा कि भाजपा की सरकार रेट कार्ड से चल रही है। नाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा मप्र में 18 साल की भाजपाई सरकार उसके मुखिया शिवराज जी का पोल खोल रिपोर्ट कार्ड नीति आयोग ने दिया। भाजपा सरकार के तथाकथित और स्व-घोषित विकास के अमृतकाल में मप्र का नाम देश के सर्वाधिक गरीबों वाले टॉप 5 राज्यों में शामिल है। उन्होंने आगे लिखा भ्रष्टाचार के रेट कार्ड से चल रही भाजपाई शिवराज सरकार का चौपट रिपोर्ट कार्ड जनता जर्नादन के सामने फिर आ गया। मप्र की जनता चौपट भाजपा सरकार को 2018 की तरह गाजे बाजे से फिर इस बार विदा करने करने को तत्पर है।

भाजपा कार्यकर्ता पत्नी और मां की जगह खुद को बता रहे सरपंच
प्रदेश की भाजपा सरकार महिलाओं को मुख्यधारा में शामिल करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। सरकार ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया है, ताकि वे अपने अधिकारों के महत्व को समझें और समाज का प्रतिनिधित्व करें, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता ही पार्टी की रीति- नीति और सरकार की सोच की धज्जियां उड़ा रहे हैं। दरअसल, इन होर्डिंग में दो भाजपा कार्यकर्ता खुद को सरपंच बता रहे हैं। इनमें से एक हैं मेंडोरा निवासी कृष्णकांत पाल । होर्डिंग में इन्होंने अपने फोटो के नीचे नाम के साथ सरपंच लिखा है, जबकि मेंडोरा पंचायत से इनकी पत्नी जागृति पाल सरपंच हैं। दूसरे शख्स हैं मनीष तोमर। इन्होंने भी होर्डिंग में अपने फोटो के नीचे नाम के साथ सरपंच लिख रखा है। मनीष की मां मीरा सिंह तोमर सरपंच हैं। इसे इन दोनों नेताओं का कुर्सी मोह ही कहा जाएगा कि वे, अपने नाम के साथ सरपंच लिख रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जागृति और मीरा सिर्फ नाम के लिए सरपंच हैं, पंचायत का पूरा कामकाज कृष्णपाल और मनीष ही संभालते हैं।