सरकार ने मप्र को हर मोर्चे पर पीछे करने की कसम खाली: कमलनाथ

सरकार ने मप्र को हर मोर्चे पर पीछे करने की कसम खा ली : कमलनाथ.

मध्य प्रदेश कई मामलों में देश के दूसरे राज्यों से पीछे चल रहा है। एक्सपोर्ट के मामले में एमपी 13वें से 15वें स्थान पर पहुंच गया। इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोहन सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, क्या मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने प्रदेश को हर मोर्चे पर सबसे पीछे करने की कसम खा ली है। पहले खबर आयी कि मप्र का शिक्षा बोर्ड देश में सबसे खराब प्रदर्शन वाले राज्यों में पहुंच गया है और अब खबर है कि मप्र निर्यात के मामले में 13वें स्थान से लुढक़कर 15वें स्थान पर पहुंच गया है। कमलनाथ ने लिखा कि उधर महिला सुरक्षा, दलित और आदिवासी सुरक्षा के मामले में मप्र का रिकॉर्ड और भी खराब हो गया है। स्वास्थ्य शिक्षा का हाल यह है कि मध्य प्रदेश की पहचान व्यापम और नर्सिंग जैसे घोटालों से होने लगी है। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि समाज की सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था, हर पहलू पर इतनी नाकामी क्यों हासिल हो रही है।

इमरती देवी को हाईकोर्ट का नोटिस, दो जुलाई तक मांगा जवाब
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के विवादित बयान पर पूर्व मंत्री इमरती देवी ने ग्वालियर के डबरा थाने में दर्ज कराई गई थी। पुलिस द्वारा एससी-एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किये जाने को चुनौती देते हुए उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट जस्टिस संजय द्विवेदी की एकलपीठ ने पूर्व मंत्री इमरती देवी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। याचिका पर अगली सुनवाई दो जुलाई को निर्धारित की गई है। पटवारी की तरफ से दायर की गई याचिका में कहा गया था कि उन्होंने जो बयान दिया था, जिसमें उन्होंने किसी प्रकार की जाति सूचक टिप्पणी नहीं की थी। इसके अलावा ऐसा कोई इरादा नहीं किया था, जिसका उल्लेख एफआईआर में दर्ज किया गया है। बयान देने के आठ घंटे बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से माफी भी मांग ली थी। माफी मांगने कें बाद एफआईआर दर्ज करवाई गयी। इतना ही नहीं प्रदेश के अन्य थानों में भी शिकायत की गयी।
इंडी गठबंधन के लोग सनातन संस्कृति का कर रहे हैं अपमान: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बिहार में चुनावी जनसभाओं में इंडी गठबंधन पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के बाद राजा, महाराजाओं ने अपनी-अपनी रियासतें छोड़ी। देश में लोकतंत्र की मांग उठी, लेकिन उसके बाद एक-एक परिवार ने अपनी सत्ता पकड़ ली और घर में ही सरकार बना ली। कांग्रेस में एक परिवार की पांच पीढिय़ां प्रधानमंत्री बनी, अब राहुल गांधी सफाई से झूठ बोल रहे, बाकी साथ दे रहे हैं। इंडी गठबंधन के लोग सनातन संस्कृति का अपमान करते हैं और सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हैं। ऐसी पार्टियों की अच्छाई-बुराई देखने की जरूरत है। दुश्मन देश में हो या विदेश में वह दुश्मन ही होता है।

लोकायुक्त दफ्तर में लगी आग ,घोटालों की फाइल जलाने की कोशिश: सिंघार
भोपाल के लोकायुक्त कार्यालय परिसर में रविवार दोपहर लगी आग पर सियासत शुरू हो गई। मामले को लेकर मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि यहां पर घोटालों की फाइलों को जलाने की साजिश के तहत आग लगाई गई थी। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लोकायुक्त कार्यालय में सिंहस्थ घोटाले की जांच की एक फाइल है, जिसमें सैकड़ों एकड़ जमीन की हेरा-फेरी हुई। कई नेताओं के करीबियों और कंपनियों के नाम हैं। लोकायुक्त कार्यालय में लगी आग में कहीं सिंहस्थ की उस फाइल को जलाने की कोशिश तो नहीं की गई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में सरकारी कार्यालयों में आग का दौर चल रहा है। पहले सतपुड़ा भवन, वल्लभ भवन में आग लगी। अब लोकायुक्त कार्यालय में आग लगना भी महत्वपूर्ण है। सिंघार ने मामले की ज्यूडिशियल जांच कराने की मांग की है।

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