कोलकाता रेप: सबूतों से छेड़छाड़ के आरोप में आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल, पुलिस अफ़सर गिरफ़्तार

पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में सीबीआई ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और ताला पुलिस थाने के प्रभारी अभिजीत मंडल पर आरोप लगाया है कि उन्होंने सबूतों से छेड़छाड़ और जांचकर्ताओं को गुमराह करने का काम किया.

नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के साथ ही एक पुलिस इंस्पेक्टर को संस्थान में जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया. सीबीआई का आरोप है कि वे घटना स्थल (क्राइम सीन) से छेड़छाड़, सबूतों से छेड़छाड़, आधिकारिक नियमों का उल्लंघन करने, आपराधिक साजिश रचने और जांचकर्ताओं को गुमराह करने में शामिल थे.

बता दें कि केंद्रीय एजेंसी ने 53 वर्षीय घोष को अस्पताल में भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में 2 सितंबर को गिरफ्तार किया था. वह फिलहाल जेल में है.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, ताला थाने के इंस्पेक्टर अभिजीत मंडल को सीबीआई ने शनिवार को पूछताछ के लिए बुलाया था. एजेंसी ने सात घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

इससे पहले, कोलकाता पुलिस से जुड़े एक नागरिक स्वयंसेवक (सिविक वालंटियर) संजय रॉय को बलात्कार और हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

ज्ञात हो कि जूनियर डॉक्टर का शव 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार रूम में मिला था, इस घटना से लोगों में काफी गुस्सा भड़क गया था और विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया था.

सीबीआई सूत्रों के अनुसार, जूनियर डॉक्टर का शव मिलने के बाद मंडल अपनी भूमिका के बारे में उचित जवाब नहीं दे पाए. ताला पुलिस थाना, जिसके अधिकार क्षेत्र में अस्पताल आता है, के प्रभारी के रूप में उन्हें कथित तौर पर घटना स्थल के साथ छेड़छाड़ करने का आरोपी पाया गया है. उन्होंने कथित तौर पर एफआईआर दर्ज करने में भी देरी की. गिरफ़्तारी के बाद उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया.

सीबीआई सूत्रों के अनुसार, पूर्व प्रिंसिपल और इंस्पेक्टर दोनों की भूमिका की जांच की जा रही है. सूत्रों ने बताया कि जांच में पाया गया कि दोनों ने नियमों का उल्लंघन किया और सबूतों से छेड़छाड़ करने की कोशिश की.

रविवार (15 सितंबर) को घोष और मंडल को सियालदह कोर्ट में पेश किया गया.

मालूम हो कि आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के साथ-साथ पीड़ित के परिजनों ने भी घोष और पुलिस अधिकारियों पर घटना को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है.

आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों की मांगों में से एक कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे या निलंबन की रही है.

सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में, घोष के अलावा दवा विक्रेता बिप्लव सिंघा और सुमन हाजरा तथा घोष के अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी अफसर अली खान को भी गिरफ्तार किया है.