बिजली विभाग की सूची में हुआ खुलासा.
भोपाल/मंगल भारत। आम आदमी के घरों की बिजली काटने में तत्काल आगे रहने वाला बिजली महकमा रसूखदारों के सामने कार्रवाई करने में फिसड्डी साबित होता है। बड़े नाम सामने आते ही विभाग कार्रवाई करना भूल जाता है। इनमें भी खासतौर पर अफसर मंत्रियों, पूर्व विधायकों, आईएएस अफसरों और नामी बिल्डर्स, बिजनेसमैन तक के रसूख के आगे विभाग बौना नजर आने लगता है। हाल ही में ऊर्जा विभाग ने बकायादारों की जो सूची जारी की है, उसमें खुलासा हुआ है कि पूर्व मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव पर सर्वाधिक 1.20 लाख रुपए का बकाया है, लेकिन वे बिल ही जमा नहीं कर रहे हैं। इसके अलावा आईपीएस, आईएएस अधिकारी अभी जिन बंगलों में रह रहे हैं, उनके भी बिल बकाया बने हुए हैं। दरअसल, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा इस माह अगस्त तक के बड़े बकायादारों की सूची कम्पनी की वेबसाइट पर सार्वजनिक की गई है। इसकी पड़ताल करने के बाद कई ऐसे चर्चित नाम सामने आए हैं, जो सरकार में अपनी अहम भूमिका निभा चुके हैं और अभी भी किसी न किसी रूप में सरकार का हिस्सा बने हुए हैं। बकायादारों के जो कनेक्शन जारी किए गए हैं, उसमें सांसद, पूर्व विधायक, विधायक, पूर्व मंत्री, मंत्री के साथ कलेक्टर आफिस के नाम पर भी लिया गया कनेक्शन शामिल है। हालांकि बिजली कम्पनी के अफसर यह भी कह रहे हैं कि सरकार द्वारा मंत्रियों, विधायकों को दिए गए बंगलों का बिल अधिकतर पीडब्ल्यूडी द्वारा ही जमा कराया जाता है।
दत्तीगांव पर सर्वाधिक बकाया : पूर्व मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव पर बकाया 1.20 लाख रुपए से अधिक की रकम के मामले में इमामी गेट सर्कल के मैनेजर मयंक अरजरिया ने बताया कि उन पर मंत्री रहने के दौरान राशि बकाया है। इसलिए एरियर लिस्ट में नाम है। यह राशि पीडब्ल्यूडी जमा करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी बंगलों में रहने वाले व्यक्ति ने बंगले में अगर खुद पर्सनली व्यक्तिगत हित के लिए बिजली मीटर नहीं लगवाया तो पीडब्ल्यूडी ही पेमेंट करता है।
2 मंत्रियों के बंगले भी शामिल
बकायादारों की लिस्ट में मोहन सरकार के दो मंत्रियों के बंगले भी शामिल हैं। इसमें धर्मेंद्र सिंह लोधी और कृष्णा गौर के नाम हैं। हालांकि मीटर कनेक्शन एसडीओ पीडब्ल्यूडी जुड़ा है। लोधी के 74 बंगले एरिया स्थित बी-10 बंगले का बकाया 28714 और कृष्णा गौर के इसी एरिया में स्थित बंगला नम्बर बी-6 पर 29339 रुपए है। बताया गया कि मंत्री होने के नाते सरकार बिल जमा करती है। इसलिए कनेक्शन के साथ एसडीओ पीडब्ल्यूडी जोड़ा गया है। इनका बिल पीडब्ल्यूडी जमा करेगा।
रामपाल सिंह ने कहा, उनकी जानकारी में नहीं
पूर्व मंत्री रामपाल सिंह ने कहा कि उनके नाम पर बिजली का बकाया होने की जानकारी नहीं है। अब वे इस मामले में बिजली कंपनी से जानकारी लेंगे और बकाया होगा तो जमा करेंगे।
नामी बकायादारों में शामिल रसूखदार
– विधायक उमाकांत शर्मा के ई-17, 45 बंगले का 63335 रुपए बकाया है।
– प्रीतम लोधी के बंगला नंबर ई-21, 45 का बकाया 34761 रुपए है।
– प्रवीण पाठक एनटीटीएन ई-2, 45 बंगले 252 पर 11805 रुपए बकाया है।
राजेश मिश्रा डी-14, 74 बंगले में रहते हैं। इन पर 74312 रुपए बकाया है।
– पूर्व सीएम सुंदरलाल पटवा का बी-26 बंगला है। 53039 रु. बकाया है।
– 74 बंगले एरिया में डी-11 बंगला कलेक्टर ऑफिस के नाम पर है। 47005 रु. बाकी है।
– 74 बंगले एरिया में डी-13 बंगला पंकज उपाध्याय के नाम पर है। 31314 रु. बाकी है।
– राणा विक्रम सिंह के 45 बंगले में ई-1 पर 26155 रुपए बकाया है।
– जालम सिंह पटेल का आवास 45 बंगले में ई-45 पर 15257 रु. बकाया है।
– राज्य केश शिल्पी मंडल, सचिव चेतक कॉम्प्लेक्स सेकेंड फ्लोर जोन-2 पर 11103 रु. बाकी है।