माननीयों की सदस्यता का भार कार्यकर्ताओं पर

सांसद, विधायक और मेयर के दबाव से बिखरे कार्यकर्ता.

मंगल भारत। मनीष द्विवेदी। मप्र में भाजपा का सदस्यता अभियान जोरों पर है। इस बार पार्टी ने सदस्यता अभियान में सभी की भागीदारी के लिए सांसदों, विधायकों, महापौर और अन्य पदाधिकारियों को नए सदस्य बनाने का टारगेट दे दिया है। ये लोग कार्यकर्ताओं के भरोसे अपना टारगेट पूरा करने में लगे हुए हैं। जानकारों का कहना है कि माननीय पहले मेरा, पहले मेरा टारगेट पूरा करने का दबाव कार्यकर्ताओं पर दबाव बना रहे हैं। इससे कार्यकर्ता परेशान होकर बिखर रहे हैं। ऐसे में वह स्वयं के खाते के सदस्य न बनाते हुए सांसद, विधायक और जिला अध्यक्ष के क्यूआर कोड से सदस्य बना रहा है। प्रदेश में अभी तक मोर्चा ने करीब एक लाख सदस्य बनाए हैं। जबकि भोपाल में मोर्चा के सदस्यों की संख्या छह हजार के करीब ही पहुंच सकी है। पार्टी सूत्रों के अनुसार डेढ़ करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा के कार्यकर्ताओं के सामने उसके ही नेताओं ने परेशानी खड़ी कर दी है। कार्यकर्ता समझ नहीं पा रहे हैं कि वे सांसद, विधायक, मेयर या जिलाध्यक्ष आखिर किसके लिए काम करें। भाजपा संगठन ने सभी सांसद, विधायक, महापौर एवं जिला अध्यक्ष को सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया है। इन नेताओं ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे उनके क्यूआर कोड से सदस्य बनाएं। सांसद अपने क्षेत्र में अपने लोगों से उनके क्यू आर कोड से सदस्य बनाने के लिए कह रहे हैं, कुछ ऐसी ही स्थिति विधायक, महापौर और जिला अध्यक्षों की भी है, वह भी अपने समर्थकों को उनके क्यू आर कोड से सदस्य बनाने के लिए कह रहे है। ऐसे में कार्यकर्ता को यह समझ नहीं आ रहा है कि आखिर किसके क्यूआर कोड से सदस्य बनाए, क्योंकि कार्यकर्ता जिस वार्ड में रहता है वह वार्ड सांसद के अलावा किसी न किसी विधायक और जिला अध्यक्ष के क्षेत्र का होता है। ऐसे में परेशानी यह आ रही है कि किसी एक व्यक्ति को सदस्य बनाते समय कार्यकर्ता किसके क्यूआर कोड से उसे सदस्य बनाए, सारे नेता उससे वरिष्ठ हैं और वह किसी को मना भी नहीं कर पा रहा है। वहीं दूसरी और पार्टी ने सभी मोर्चा और प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों को भी अपने-अपने वार्ड में सदस्य बनाने के लिए कहा है। ऐसे में जहां एक ही वार्ड में सात मोर्चा के पदाधिकारी सदस्यता के लिए किसी व्यक्ति के पास जाते हैं तो उसे यही जवाब मिलता है कि वह तो किसी अन्य के द्वारा सदस्य बना दिए गए हैं।
मप्र सदस्यता में इतिहास बनाएगा
तीन सितंबर से शुरू भाजपा के सदस्यता अभियान में मप्र ने 50 लाख के आंकड़े को क्रास कर लिया है। एक करोड़ सदस्य बनाकर यूपी देश में पहले नंबर पर है। एमपी और गुजरात 50-50 लाख सदस्य बनाकर बराबरी पर हैं। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने ट्वीट कर सदस्यता के आंकड़े साझा किए हैं। संतोष के मुताबिक देशभर में अब तक 4 करोड़ सदस्य बने हैं। इनमें उप्र एक करोड़ सदस्य बनाकर पहले नंबर पर है। एमपी और गुजरात में 50-50 लाख सदस्य बने हैं। असम में 35 लाख सदस्य बने हैं। संतोष ने सदस्यता के रिकॉर्ड बनने पर भाजपा कार्यकर्ताओं को बधाई दी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा-भाजपा के संगठन पर्व के दौरान सदस्यता के मामले में मप्र इतिहास बनाने जा रहा है। अब तक के आंकड़ों के अनुसार मप्र के बूथ-बूथ के कार्यकर्ताओं की मेहनत की बदौलत 50 लाख सदस्यता क्रॉस हो गई है। अब तक 57 लाख मिस्ड कॉल हुए है, 50 लाख फार्म भरे जा चुके हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रिकार्ड बनाया है। जो हमारा टारगेट है, उस लक्ष्य से ऊपर सदस्यता होगी। सदस्यता अभियान में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के विधानसभा क्षेत्र इंदौर क्र.-1 ने सबसे पहले टारगेट को क्रॉस किया है। इंदौर क्र.-1 में लक्ष्य से ज्यादा 102 प्रतिशत सदस्य बने हैं। भोपाल मध्य में 85 प्रतिशत डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा की विधानसभा मल्हारगढ़ और इंदौर क्र-2 में 84 फीसदी जबकि आगर में 79 प्रतिशत सदस्यता हुई है।
मुश्किल में फंसे मोर्चा
जानकारी के अनुसार संगठन ने नेताओं को जो टारगेट दिया है, उससे वे परेशानी में पड़ गए हैं। परेशानी यह भी सामने आ रही है कि कई ग्रामीण क्षेत्र के वार्ड में उतनी संख्या में मतदाता भी नहीं हैं, जितना कि सभी मार्चो को लक्ष्य दिया गया है। वहीं अल्पसंख्यक मोर्चा को सदस्य बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जहां पार्टी ने मोर्चों के पदाधिकारियों को सदस्यता को लेकर लक्ष्य दिया था, उसमें से कई तो अभी तक अपना खाता भी नहीं खोल पाए हैं। इसके पीछे कि वजह यह है कि वह पदाधिकारी किसी बड़े नेता, सांसद, विधायक से जुड़ा हुआ है। ऐसे में वह स्वयं के खाते के सदस्य न बनाते हुए सांसद, विधायक और जिला अध्यक्ष के क्यूआर कोड से सदस्य बना रहा है। प्रदेश में अभी तक मोर्चा ने करीब एक लाख सदस्य बनाए हैं। जबकि भोपाल में मोर्चा के सदस्यों की संख्या छह हजार के करीब ही पहुंच सकी है। पार्टी के सदस्यता अभियान को लेकर पार्टी के संगठन महामंत्री हितानंद प्रतिदिन समीक्षा कर रहे है। वह प्रतिदिन सभी मोर्चा अध्यक्षों से उनके मोर्चे के द्वारा प्रदेश भर में बनाए गए सदस्यों की जानकारी ले रहे हैं। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि मोर्चा के किस पदाधिकारी द्वारा कितने सदस्य बनाए जा रहे हैं। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष एम. एजाज खान का कहना है कि त्यौहार होने के बाद भी हमने प्रदेश में एक लाख से अधिक सदस्य बना लिए हैं, अभी हमारे पास काफी समय है। हमें जो पांच लाख सदस्य का लक्ष्य दिया गया है हम उसे पूरा करेंगे।