उपचुनाव में दिखेगा त्रिमूर्ति का दम

सीएम मोहन, शिवराज और वीडी जिताएंगे चुनावी मोर्चा

मंगल भारत। मनीष द्विवेदी। मप्र की दो विधानसभा सीटों बुधनी और विजयपुर में उपचुनाव का बिगुल कभी भी बज सकता है। इसको लेकर भाजपा और कांग्रेस ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। भाजपा दोनों विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को हर हाल में जीतना चाहती है। इसके लिए सत्ता और संगठन के साथ ही भाजपा की त्रिमूर्ति यानी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभालेंगे। यानी इन तीनों नेताओं पर भाजपा को जिताने की जिम्मेदारी रहेगी। उपचुनाव की इसी रणनीति के तहत मंगलवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी में रोड-शो किया और सौगातें दी। वहीं आज मुख्यमंत्री विजयपुर में वन समितियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इन दोनों सीटों पर मुख्यमंत्री का फोकस हैं। बता दें, बुधनी विधानसभा सीट शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे से रिक्त हुई है। विजयपुर विधानसभा सीट रामनिवास रावत के इस्तीफा देने से रिक्त हुई है। रामनिवास रावत कांग्रेस छोडकऱ भाजपा में शामिल हो गए और मंत्री बनाए गए हैं। परंपरागत बुधनी सीट पर जीत का अंतर बरकरार रखने की जिम्मेदारी तो केंद्रीय कृषि मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर है, वहीं श्योपुर की विजयपुर सीट पर वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत की प्रतिष्ठा बचाने के लिए संगठन और सरकार जुट गए हैं। भाजपा संगठन ने राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा को बुधनी विधानसभा सीट का प्रभारी और पूर्व मंत्री रामपाल सिंह को सह प्रभारी बनाया गया है। ये नेता दोनों क्षेत्रों में प्रवास करेंगे और प्रत्याशी के बारे में पार्टी को सलाह देंगे। अब भाजपा का फोकस बूथवार वोट प्रतिशत बढ़ाने पर हैं। बुधनी के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर नामों का पैनल बनाया जा रहा है।
कांग्रेस कराएगी सर्वे
दोनों सीटों पर प्रत्याशी चयन के लिए कांग्रेस ने प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं और अब सर्वे भी कराया जाएगा। यह काम पार्टी के ही अन्य जिलों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं के माध्यम से होगा। प्रभारियों की रिपोर्ट और सर्वे में आए नाम को स्थानीय समीकरणों के हिसाब से देखते हुए केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को बुधनी और राज्य सभा सदस्य अशोक सिंह को उपचुनाव के लिए समिति का प्रमुख बनाया है। उधर, सागर जिले की बीना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता को लेकर निर्णय भी इसी सप्ताह हो जाएगा। विधानसभा सचिवालय ने उन्हें एक सप्ताह में अपनी दलीय स्थिति स्पष्ट करने का अंतिम अवसर दिया है। बता दें, वह भाजपा में शामिल हो गई हैं लेकिन कांग्रेस से इस्तीफा नहीं दिया है।
तैयारियों में जुटे मुख्यमंत्री यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पहले से ही उपचुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं। उन्होंने सबसे पहले 13 जुलाई को वन मंत्री रामनिवास रावत की तरफ से आयोजित भागवत कथा में शिरकत की थी। दूसरी बार 10 अगस्त को लाड़ली बहना योजना कार्यक्रम में शामिल होने मुख्यमंत्री विजयपुर पहुंचे। 22 अगस्त को कराहल तहसील मुख्यालय पर तेंदूपत्ता बोनस वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शिरकत की। अब चौथी बार आज विजयपुर विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री मोहन यादव जा रहे हैं।
विजयपुर से रावत, बुधनी में कई दावेदार
श्योपुर जिले की विजयपुर सीट से भाजपा का प्रत्याशी लगभग तय है। वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत यहां से चुनाव लड़ेंगे। वहीं बुधनी में कई दावेदार सक्रिय हैं। बुधनी विधानसभा सीट पर 20 साल से अधिक समय से भाजपा का कब्जा रहा है। यहां से शिवराज सिंह चौहान चुनाव जीतते रहे हैं। बुधनी से शिवराज के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान, पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव, किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रहे रवीश चौहान टिकट की रेस में हैं। वर्ष 2005 में शिवराज सिंह के लिए सीट खाली करने वाले पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भी टिकट की दौड़ में हैं। विजयपुर में रामनिवास रावत ही भाजपा प्रत्याशी होंगे। कांग्रेस विजयपुर सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी पर दांव लगाना चाहती थी। सीताराम ने ही वर्ष 2018 में भाजपा के टिकट पर रामनिवास रावत को हराया था, लेकिन भाजपा ने वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में सीताराम आदिवासी का टिकट काटकर बाबूलाल मेवरा को दे दिया था। सीताराम ने समय-समय पर अपनी नाराजगी भी जताई। भाजपा ने उन्हें सहरिया विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बना दिया। अब कांग्रेस किसी दूसरे आदिवासी प्रत्याशी के नाम पर भी विचार कर रही है।
कांग्रेस ने शुरू की जमावट
प्रदेश कांग्रेस पार्टी को विधानसभा लोकसभा और उसके बाद छिंदवाड़ा के अमरवाड़ा उपचुनाव में मिली हार के बाद प्रदेश में होने वाले दो विधानसभाओं के उपचुनाव की तारीख घोषणा से पहले तैयारी तेज हो गई है। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी इन दोनों विधानसभाओं में लगातार दौरा कर रहे हैं और पार्टी को मजबूत करने के लिए हर तरह के प्रयास कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने विजयपुर और बुधनी सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर एआईसीसी कमेटी का गठन कर दिया है। जिसमें पार्टी ने कई सीनियर नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। बुधनी और विजयपुर दोनों ही सीटें यहां के विधायकों के इस्तीफे से खाली हुई हैं। कांग्रेस ने श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर चार नेताओं की जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस ने पार्टी के राज्यसभा सांसद अशोक सिंह को विजयपुर में एआईसीसी की कमेटी का अध्यक्ष बनाया है, जबकि विधायक जयवर्धन सिंह, पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव और पूर्व विधायक नीटू सिकरवार को सदस्य बनाया है। इसके अलावा जयवर्धन सिंह विजयपुर सीट के प्रभारी भी हैं। 2023 में विजयपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीते कांग्रेस के रामनिवास रावत लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हो गए थे। बाद में उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद सीट खाली हो गई थी। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफा के बाद खाली हुई सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होना है। पार्टी ने यहां पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को एआईसीसी की कमेटी का अध्यक्ष बनाया है। जबकि पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल को सदस्य बनाया है। जानकारी के लिए बतादें कि बुधनी सीट पूर्व मुख्यमंत्री के सांसद बनने के बाद खाली हुई है। खास बात यह है कि अरुण यादव खुद भी बुधनी विधानसभा सीट से 2018 में विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। ऐसे में पार्टी ने यहां अहम जिम्मेदारी सौंपी है।