पंजाब-हरियाणा से ओडिशा तक भीषण ठंड, मयूरभंज के रामतीर्थ में पारा माइनस 10 डिग्री

पंजाब-हरियाणा से ओडिशा तक भीषण ठंड, मयूरभंज के रामतीर्थ में पारा माइनस 10 डिग्री.

हिमाचल प्रदेश और कश्मीर घाटी में न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि से प्रचंड शीतलहर से मामूली राहत मिली है, लेकिन मैदानी इलाकों में भीषण ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है। राष्ट्रीय राजधानी समेत पंजाब, हरियाणा और यहां तक ओडिशा में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। यहां के ओडिशा के मयूरभंज जिले के रामतीर्थ में न्यूनतम तापमान माइनस 10 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने उत्तर पश्चिम भारत में अगले पांच दिन और मध्य भारत में अगले तीन दिनों तक शीतलहर जारी रहने का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार सुबह 8:30 बजे से पहले 24 घंटे के दौरान पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में गंभीर शीतलहर चली। पश्चिम राजस्थान, पश्चिम बंगाल के गंगा के किनारे वाले क्षेत्रों, उप्र, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, और ओडिशा के अलग-अलग इलाके भी साधारण शीतलहर की चपेट में रहे। इससे उलट, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि दर्ज की गई और इसके चलते लोगों को भीषण शीतलहर से मामूली राहत मिली। श्रीनगर में शनिवार की रात न्यूनतम तापमान शून्य 3.4 डिग्री नीचे रहा, जो एक रात पहले के माइनस 4.6 डिग्री की तुलना में कुछ बेहतर है। सैलानियों की पसंदीदा जगह गुलमर्ग में पारा माइनस 3.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो एक रात पहले चार डिग्री ज्यादा है।

बालोद में ट्रक ने कार को मारी भीषण टक्कर, छह लोगों की मौत, सात घायल
बालोद जिले के डंडी थाना क्षेत्र अंतर्गत भीषण सडक़ हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। ये सभी लोग नामकरण संस्कार से वापस लौट रहे थे। जहां यह हादसा हुआ है। ट्रक ने 13 लोगों से भरी जायलो गाड़ी को ठोकर मार दी। इस घटना में छह की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें एक बच्चे, चार महिला और एक पुरुष शामिल हैं। वहीं सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी कड़ी मशक्कत के बाद घायलों को बाहर निकाला और तत्काल डौंडी सामुदायिक स्वास्थ केंद्र भेजा गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें राजनांदगांव जिला अस्पताल रेफर किया गया। थाने से मिली जानकारी के अनुसार, घटना के बाद गाड़ी में फंसी लाश को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकल गया है। उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं सभी घायलों की हालात काफी नाजुक है। वहीं मृतकों के शव को भी बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर सभी मृतकों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
चीन सीमा के पास अतिक्रमण को लेकर केंद्र सरकार ने सख्त रुख अपनाया
हिमाचल प्रदेश में नेशनल हाईवे पर चीन शासित तिब्बत सीमा के निकटवर्ती क्षेत्रों तक अतिक्रमण पर केंद्र सरकार सख्त हो गई है। केंद्र सरकार के सडक़ परिवहन एवं हाईवे मंत्रालय के संयुक्त सचिव विनय कुमार ने इस संबंध में एक पत्र मुख्य सचिव को भेजा है। इसे सीमा सडक़ संगठन के महानिदेशक को भी भेजा है। इसमें राज्य लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंताओं पर भी अतिक्रमण को हटाने की जिम्मेदारी डालने को कहा गया है। केवल एनएच अथॉरिटी ही इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगी। अतिक्रमण हटाने के लिए केंद्र सरकार की सख्ती पर राज्य सरकार की भी राय मांगी है। मंत्रालय ने एक ड्राफ्ट सर्कुलर तैयार किया है। इस पर भी राज्य सरकार से 15 दिन में सुझाव और आपत्तियां मांगी हैं। पर्वतीय क्षेत्रों के एनएच पर भी अतिक्रमण : राज्य में मैदानी क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि पर्वतीय क्षेत्रों में भी नेशनल हाईवे के किनारे अतिक्रमण किया गया है।

हेलिकॉप्टर से ब्रेन डेड शख्स के फेफड़े और हार्ट को किया गया एयरलिफ्ट
राजस्थान में एक ब्रेन डेड युवक के आठ अंगों का अन्य लोगों में सफलतापूर्वक ट्रांसप्लांट किया गया। राज्य में पहली बार एयर एम्बुलेंस से अंगों को एसएमएस अस्पताल पहुंचाकर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया पूरी की गई। साथ ही, इस लिहाज से भी यह पहला मौका है जब एक ही व्यक्ति के फेफड़े और हृदय का ट्रांसप्लांट एक ही रोगी को किया गया। प्रदेश में पहली बार फेफड़े का प्रत्यारोपण किया गया। मेडिकल एजुकेशन सेक्रेटरी अम्बरीष कुमार ने बताया कि 33 वर्षीय विष्णु प्रसाद को गम्भीर रूप से घायल हो जाने पर 11 दिसंबर को झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। डॉक्टरों के कोशिशों के बावजूद विष्णु को बचा पाना सम्भव नहीं हो पाया। विष्णु को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। विष्णुदास के ब्रेन डेड घोषित हो जाने के बाद उनके परिवारजन को अंगदान के लिए प्रेरित किया गया। परिवार विष्णु के अंगों को दान करने के लिए सहमत हो गया। डॉ. दीपक माहेश्वरी ने बताया कि एक किडनी, दो फेफड़े और हृदय जयपुर में मरीजों को प्रत्यारोपित किया गया, जबकि एक अन्य किडनी और लीवर को एम्स-जोधपुर भेजा गया।