मानव मात्र के कल्याण के लिए तीर्थंकर परमात्मा करते हैं धर्म तीर्थ की स्थापना —साध्वी श्री सुपार्श्व निधि म,सा.
महामंगलकारी चैत्रीय नव पद ओली आराधना प्रारंभ
महिदपुर रोड स्थानीय श्री सुविधि नाथ जैन मंदिर परिसर स्थित राजेंद्र सूरी ज्ञान मंदिर में विराजित परम पूज्य साध्वी श्री सुपार्श्व निधि जी महाराज साहब ने शुक्रवार को धर्म सभा मे जिनवाणी का रसपान कराते हुए कहा कि अरिहंत परमात्मा ही धर्म तीर्थ की स्थापना करते हैं साथ ही मानव मात्र के ऊपर असीम उपकार करते है। पूज्य साध्वी जी ने अरिहंत शब्द का अर्थ बताते हुए कहा कि अरि याने शत्रु, हतं याने हनन करना जिन्होंने राग द्वेष रूपी आंतरिक शत्रुओं का हनन कर दिया है। जिन्होंने हमें संसार रूपी सागर से तिरने का मार्ग बताया है इसीलिए उपकार की दृष्टि से अरिहंत परमात्मा बड़े एवं उपकारी हैं। अरिहंत पद का जप करने से 50 सगरोपम के आयुष्य का क्षय होता है एवं पूरा नवकार महामंत्र के नौ पदों का स्मरण करने से 500 सागरोपम के आयुष्य का का क्षय होता है । अरिहंत परमात्मा के 12 गुण एवं श्वेत वर्ण होता है नवपद ओली आराधना के अंतर्गत पूज्य साध्वी जी द्वारा श्रीपाल रास ग्रंथ के दृष्टांत का विस्तार से विवेचन किया गया नवपद ओली की आराधना के महाप्रभाव से श्रीपाल मैना सुंदरी का कोड रोग दूर हो गया। इतनी प्रभावशाली अद्भुत यह आराधना है

।धर्मसभा में सकल जैन श्री संघ, समाज के वरिष्ठ महानुभव, श्रावक श्राविकाओ ने उपस्थित होकर धर्म लाभ प्राप्त किया पूज्य साध्वी श्री के मंगलमय प्रवचन प्रतिदिन सुबह 9: 15 से 10:30 बजे तक ज्ञान मंदिर में चल रहे हैं । आप श्री की पावन कारी निश्रा में 4 अप्रैल से चैत्र मास की नव पद ओली आराधना विधि विधान के साथ प्रारंभ हुई है जिसमें अनैक आराधक श्रावक श्राविका इस मंगलकारी नव पद ओली आराधना में जुड़कर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं पहले दिन 50 से अधिक आराधक ने आयंबिल तप किया 9 दिन तक चलने वाली यह महामंगलकारी मंगलमय आराधना 4 अप्रैल से 12 अप्रैल तक चलेगी प्रथम दिवस का लाभ रमेश चंद दिनेश कुमार बौस, राजेश कुमार राहुल कुमार बोथरा परिवार द्वारा लिया गया। साधार्मिक भक्ति,प्रभावना का लाभ सुरेश चंद सचिन कुमार भंडारी परिवार द्वारा लिया गया उक्त जानकारी जैन समाज की मीडिया प्रभारी सचीन भंडारी ने दी.