पंजाब के फ़िरोज़पुर ज़िले के खाई फेमे गांव में रहने वाले सुखविंदर, उनके पति लखविंदर सिंह और बेटे जसवंत सिंह नौ मई की रात उनके घर पर ड्रोन गिरने के बाद गंभीर रूप से झुलस गए थे. इस हादसे के पांच दिन बाद सुखविंदर ने दम दोड़ दिया.

जालंधर: पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमले में गंभीर रूप से झुलसने के पांच दिन बाद पंजाब के एक गांव की 50 वर्षीय सुखविंदर कौर ने 13 मई की सुबह दम तोड़ दिया.
9 मई की रात सुखविंदर, उनके पति लखविंदर सिंह और बेटे जसवंत सिंह उनके घर पर ड्रोन गिरने के बाद गंभीर रूप से झुलस गए थे. यह परिवार फिरोजपुर जिले के खाई फेमे की गांव में रहता है.
सुखविंदर और लखविंदर को डॉक्टरों द्वारा जलने की गंभीरता को देखते हुए फिरोजपुर से लुधियाना के दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में रेफर कर दिया गया, वहीं उनके बेटे का फिरोजपुर में इलाज चल रहा है.
इस हमले से जुड़े सोशल मीडिया पर धमाके के कई वीडियो शेयर किए गए, जिसमें उनके घर, कार और अन्य सामान को काफी नुकसान होता हुआ दिखाई पड़ता है. फुटेज में कार में आग लगी हुई दिख रही है. वहीं, ग्रामीण पीड़ितों को बचाने के लिए दौड़ते और आग बुझाने की कोशिश करते देखाई दे रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल हमलों में अब तक पंजाब में दो लोगों की मौत हो चुकी है और 10 लोग घायल हो चुके हैं.
भारत ने अभी तक नागरिकों की मौत का आधिकारिक आंकड़ा नहीं दिया है. खबर के अनुसार, पांच सैन्यकर्मी शहीद हुए हैं और कम से कम 20 नागरिकों ने जान गंवाई है.
भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था.
मालूम हो कि इससे पहले, बठिंडा जिले के अकालिया कलां गांव में एक हरियाणा मूल के मजदूर की मौत हो गई थी, जहां एक अज्ञात लड़ाकू विमान का मलबा गिरा था. इस घटना में नौ लोग घायल भी हुए थे.
वहीं, हरियाणा के चरखी दादरी गांव के निवासी गोविंद की भी एक विस्फोट में मौत हो गई थी.
प्रत्यक्षदर्शियों ने द वायर को बताया था कि गोविंद ने ही शायद सबसे पहले विमान को देखा था और जब यह हादसा हुआ तो वह वीडियो बनाने के लिए दौड़ा था.
पंजाब के सीमावर्ती जिलों में से एक फिरोजपुर में 10 मई को संघर्षविराम की घोषणा के बाद पिछले तीन दिनों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन से घुसपैठ देखी गई है.
पठानकोट, अमृतसर, गुरदासपुर, तरनतारन, जालंधर, होशियारपुर और कपूरथला के अन्य सीमावर्ती जिलों में भी ऐसी गतिविधि देखी गई है.
गौरतलब है कि 12 मई की रात को अमृतसर, जालंधर और होशियारपुर जिलों के कुछ हिस्सों में ड्रोन देखे जाने की रिपोर्ट के बाद भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के निर्देश पर जिला प्रशासन ने आंशिक ब्लैकआउट लागू कर दिया था. जम्मू क्षेत्र के कुछ हिस्सों से भी ऐसी ही खबरें सामने आई थीं.