उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मचने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और दर्जनों श्रद्धालु घायल हुए हैं. पुलिस ने बताया कि ये हादसा करंट या बिजली के तार से जुड़ी एक अफ़वाह फैलने के चलते हुआ.

हरिद्वार: मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़ में कम से कम छह लोगों की मौत, दर्जनों श्रद्धालु घायल
उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मचने से कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और दर्जनों श्रद्धालु घायल हुए हैं. पुलिस ने बताया कि ये हादसा करंट या बिजली के तार से जुड़ी एक अफ़वाह फैलने के चलते हुआ।
मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मचने से सात लोगों की मौत. (फोटो साभार: पीटीआई)
नई दिल्ली: उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मचने से कम से कम लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों अन्य श्रद्धालु घायल हैं.
मीडिया खबरों के मुताबिक, ये भगदड़ मुख्य मंदिर की ओर जाने वाले मंदिर मार्ग पर बनी सीढ़ियों पर हुई.
इस संबंध में पुलिस का कहना है कि बिजली का करंट लगने की अफवाह के कारण यह हादसा हुआ.
गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि भगदड़ से पहले मनसा देवी मंदिर में भारी भीड़ जमा हो गई थी.
इस घटना से जुड़ी तस्वीरों में घायल श्रद्धालुओं को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाते और कई लोगों का इलाज करते हुए देखा जा सकता है. इस हादसे में कुल 55 लोग घायल बताए जा रहे हैं.
राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर पोस्ट करके इस घटना पर दुख जताया है.
सोशल मीडिया मंच एक्स पर उन्होंने लिखा, ‘हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मचने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ है. उत्तराखंड एसडीआरएफ़, स्थानीय पुलिस और अन्य बचाव दल मौक़े पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं. इस संबंध में निरंतर स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है. माता रानी से सभी श्रद्धालुओं के सकुशल होने की प्रार्थना करता हूं.’
इस बीच उत्तराखंड सरकार ने भगदड़ की घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के लिए 2 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है. वहीं घायलों को 50 हज़ार रुपये की सहायता दी जाएगी.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि भगदड़ की घटना के मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश भी दिए हैं.
इस हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने शुरुआत में छह मौतों की पुष्टि करते हुए कहा, ‘पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा और बचाव अभियान शुरू किया गया. लगभग 35 घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से छह की मौत की पुष्टि हो चुकी है. भगदड़ का मुख्य कारण बिजली के करंट की अफवाह से फैली दहशत प्रतीत होता है.’
मालूम हो कि यह हादसा ऐसे समय में हुआ है, जब सावन के महीने में शहर के सभी तीर्थस्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. हरिद्वार शिवभक्तों, कांवड़ियों के लिए भी एक प्रमुख स्थल है, जो इस दौरान गंगा जल लेने शहर आते हैं.
इस घटना में घायल बिहार के एक घायल श्रद्धालु ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि मंदिर में अचानक भारी भीड़ जमा हो गई, जिसके कारण भगदड़ मच गई. जैसे ही लोगों ने भीड़ से बाहर निकलने की कोशिश की, वे गिर गए और उनका हाथ टूट गया.
इस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
उन्होंने कहा, ‘उत्तराखंड के हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ में हुई जान-माल की हानि से गहरा दुख हुआ है. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है. घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है.’
गौरतलब है कि अभी बीते महीने ही 15 जून को केदारनाथ मंदिर के पास एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई थी.
इससे पहले 8 मई को उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री धाम जा रहे एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से छह लोगों की मौत हो गई थी.