विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज सुदर्शन रेड्डी को आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का उम्मीदवार घोषित किया. इसके साथ ही रेड्डी और एनडीए के उम्मीदवार महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के बीच मुकाबला होगा. उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को होंगे.

नई दिल्ली: विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन ने मंगलवार (19 अगस्त) को सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी. सुदर्शन रेड्डी को आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का उम्मीदवार घोषित किया.
इस घोषणा के साथ ही रेड्डी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के बीच मुकाबला तय हो गया है.
यह चुनाव एक ऐसे कदम, जिसे कई लोग भारत के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में अभूतपूर्व बता रहे हैं – पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का 21 जुलाई को दिया गया इस्तीफ़ा, के कारण ज़रूरी हो गया है. माना जा रहा है कि धनखड़ को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए ने हटाया है. उनका कार्यकाल 2027 तक होता.
जब से उन्होंने अपना इस्तीफ़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है, धनखड़ सार्वजनिक रूप से नहीं देखे गए हैं.
उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 9 सितंबर को होंगे.
मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेड्डी की उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए कहा, ‘यह उपराष्ट्रपति पद का चुनाव एक वैचारिक लड़ाई है और सभी विपक्षी दल इस पर सहमत हैं, और यही कारण है कि हमने बी. सुदर्शन रेड्डी को संयुक्त उम्मीदवार के रूप में नामित किया है.’
खरगे ने रेड्डी के बारे में कहा, ‘वे सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय के निरंतर और साहसी पक्षधर रहे हैं. वे एक गरीब व्यक्ति हैं, और अगर आप उनके कई फैसले पढ़ेंगे, तो आपको पता चलेगा कि उन्होंने गरीबों का पक्ष लिया और संविधान तथा मौलिक अधिकारों की रक्षा भी की.’
ज्ञात हो कि रेड्डी 2011 में अपनी सेवानिवृत्ति तक सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश, गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश रहे हैं.
आम आदमी पार्टी (आप) उक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद नहीं थी, लेकिन टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि रेड्डी का नाम उनके समर्थन से तय किया गया था.
सोमवार को, वाईएसआरसीपी, जिसके 11 सांसद हैं, ने कहा कि वह एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करेगी. लेकिन रेड्डी के साथ, ‘इंडिया’ ब्लॉक तेलुगु गौरव का आह्वान करने की स्थिति में है – जो एनडीए सहयोगी और आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी द्वारा विरोधी उम्मीदवार को दिए जा रहे समर्थन को कमज़ोर कर सकता है.
मालूम हो कि दोनों सदनों को मिलाकर निर्वाचक मंडल में 782 सांसद हैं, जहां बहुमत का आंकड़ा 394 है. वाईएसआरसीपी के 11 सांसदों वाले एनडीए के पास 438 सांसद हैं, जबकि ‘इंडिया’ गठबंधन के पास 323 सांसद हैं.
बीजू जनता दल (बीजद) जैसी अन्य गुटनिरपेक्ष पार्टियों ने अभी तक किसी भी उम्मीदवार को अपना समर्थन देने की घोषणा नहीं की है.