जिला अस्पताल की लापरवाही ने छीन ली शिवसैनिक की जान! इलाज के नाम पर गई 25 वर्षीय अजय साकेत की ज़िंदगी
सीधी। जिले के जिला अस्पताल में एक बार फिर लापरवाही ने एक युवा की जान ले ली। सर्दी-बुखार जैसे सामान्य इलाज के लिए भर्ती हुए शिवसैनिक अजय साकेत (उम्र 25 वर्ष, निवासी ग्राम सुकवारी) की मौत कथित ओवरडोज इंजेक्शन और गैस पाइपलाइन लीकेज से हो गई।
मृतक की पत्नी उस वक्त प्रसव पीड़ा के कारण बंजारी हॉस्पिटल में भर्ती थी, जबकि अजय का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा था।
सूत्रों के अनुसार, रात्रि पाली में डॉक्टरों की अनुपस्थिति और ट्रेनिंग स्टूडेंट्स के भरोसे चल रहे वार्डों के कारण इलाज में गंभीर लापरवाही हुई। परिजनों ने बताया कि इंजेक्शन लगाने के कुछ देर बाद ही अजय की हालत बिगड़ गई और वह तड़प-तड़प कर दम तोड़ बैठा।
मामले की जानकारी मिलने पर शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक पांडे मौके पर पहुंचे और रात में एसडीएम व डीएसपी से बात कर औपचारिक कार्यवाही कराई। उन्होंने बताया कि “परिवार बहुत गरीब है, इसलिए सुबह अधिकारियों को बुलाया गया था, परंतु उनके न आने से हम सभी को मजबूरन मुख्य मार्ग पर शव रखकर आंदोलन करना पड़ा।”
उन्होंने कहा — “हमारी लड़ाई जनता से नहीं, खराब सिस्टम से है। आंदोलन होते ही पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता व पंचायती राशि दिलाई गई। साथ ही तहसीलदार ने मौके पर ही क्रियाकर्म के लिए मदद व योजनाओं का लाभ दिलाने की कार्रवाई शुरू की।”
श्री पांडे ने कहा दुर्भाग्य हमारे जिले का जिंदा होकर मुर्दा जनप्रतिनिधि वा जिम्मेदार कलेक्टर किसी काम के नहीं वही उप मुख्यमंत्री जी मस्त कर टेलर मार कर चले गए इन भ्रष्टाचारियों का सर्जरी भी कर सकते थे दुख क्रोध बहुत लेकिन शांत नहीं बैठेंगे
स्थानीय लोगों ने जिला अस्पताल की दुर्दशा और लापरवाही के खिलाफ कड़ी नाराज़गी जताते हुए कहा कि जब तक दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई नहीं होती, यह आंदोलन जारी रहेगा।