गुजरात: बीएलओ की मौत, परिवार ने काम के बहुत ज़्यादा दबाव को वजह बताया, हफ्तेभर में तीसरी घटना

केरल और राजस्थान में बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के तौर पर काम कर रहे दो लोगों के आत्महत्या करने के कुछ दिनों बाद गुजरात के खेड़ा ज़िले में बीएलओ के तौर पर काम कर रहे एक स्कूल टीचर की भी हार्ट अटैक से मौत हो गई. परिवार ने कहा है कि उनकी मौत का कारण चल रहे एसआईआर से जुड़ा ‘काम का बहुत ज़्यादा दबाव’ है.

नई दिल्ली: केरल और राजस्थान में बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) के तौर पर काम कर रहे दो लोगों की कथित तौर पर मतदाता सूची के चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) से जुड़े काम के ज़्यादा दबाव की वजह से आत्महत्या करने के कुछ दिनों बाद गुजरात के खेड़ा ज़िले में बीएलओ के तौर पर काम कर रहे एक स्कूल टीचर की भी हार्ट अटैक से मौत हो गई.

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बीएलओ के परिवार ने कहा है कि उनकी मौत का कारण चल रहे एसआईआर से जुड़ा ‘काम का बहुत ज़्यादा दबाव’ है.

उनके भाई नरेंद्र परमार ने बताया कि बीएलओ की मौत बुधवार और गुरुवार (19-20 नवंबर) की दरमियानी रात को अपने घर पर सोते समय हार्ट अटैक से हुई.

नरेंद्र परमार ने कहा, ‘बीएलओ का काम खत्म करने के बाद वह बुधवार शाम करीब 7.30 बजे घर लौटा और फ्रेश होने के बाद फिर से पेपरवर्क करने लगा. क्योंकि उसके गांव में मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत थी, इसलिए वह अपना काम खत्म करने के लिए मेरे घर आया. उन्होंने रात 11.30 बजे तक काम किया और अपने घर लौट गया. फिर वह खाना खाने के बाद सो गया. लेकिन जब वह सुबह नहीं उठा, तो हम उन्हें तुरंत पास के हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.’

मृतक के भाई ने कहा, ‘हमें लगता है कि काम के ज़्यादा प्रेशर की वजह से उन्हें हार्ट अटैक आया होगा.’ रमेशभाई परमार की बेटी शिल्पा ने भी कहा कि वह बीएलओ से जुड़े काम की वजह से दबाव में थे.

एक हफ्ते के अंदर उनकी मौत ऐसी तीसरी घटना है.

इससे पहले 16 नवंबर को केरल के कन्नूर में 44 साल के अनीश जॉर्ज, जो एक स्कूल ऑफिस असिस्टेंट थे, अपने घर में मृत पाए गए थे. उनके परिवार के मुताबिक, जॉर्ज अपने बूथ पर गिनती के काम की डेडलाइन पूरी करने के लिए बहुत ज़्यादा काम कर रहे थे.

राजस्थान के नाहरी का बास से भी ऐसी ही एक घटना सामने आई, जहां 45 साल के मुकेश जांगिड़, जो एक सरकारी स्कूल के टीचर और बीएलओ थे, ने 16 नवंबर को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. हालांकि अभी पूरी जानकारी साफ़ नहीं है, लेकिन बिंदायका एसएचओ विनोद वर्मा के मुताबिक, उन्होंने कथित तौर पर बिंदायका रेलवे क्रॉसिंग के पास एक ट्रेन के सामने छलांग लगा दी.

जांगिड़ के भाई गजानंद ने दावा किया कि उन्हें अपने भाई का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर लिखा है कि वह एसआईआर ड्यूटी की वजह से तनाव में थे और उनका सुपरवाइज़र उन पर दबाव डाल रहा था और उन्हें सस्पेंड करने की धमकी दे रहा था.