नई दिल्ली : आज से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद भवन में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि ‘मॉनसून सत्र के दौरान कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और देश हित के मुद्दे पर चर्चा की जाएगी’. पीएम मोदी ने कहा, ‘देश के कई अहम मसलों पर चर्चा होना जरूरी है, उन पर जितनी चर्चा होगी उतना ही देश को भी लाभ होगा. आशा करता हूं कि सभी दल सदन के समय का सर्वाधिक उपयोग देश के महत्वपूर्ण कामों को आगे बढ़ाने में करेंगे.’
पीएम ने आगे कहा, ‘संसद की गतिविधि सभी विधानसभाओं के लिए भी प्रेरक करें, ऐसा उदाहरण पेश करेंगे, ऐसी मेरी आशा है. कोई भी दल, सदस्य किसी भी विषय पर चर्चा करना चाहता है तो सरकार तैयार है’
सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस समेत कई विपभी दल इस सत्र में बीजेपी की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहे हैं. मॉनसून सत्र में सरकार के पास कई ऐसे बिल हैं, जिसे वह पास कराने की कोशिश करेगी. 17 जुलाई को मॉब लिन्टिंग मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा केंद्र सरकार को आदेश जारी करते हुए कहा है कि वह इस पर कानून बनाए. कयास लगाए जा रहे हैं कि मॉनसून के इसी सत्र में केंद्र इस पर कानून को पास बनाकर पास कराने की कोशिश करेगी.
लोकपाल और लोकायुक्त बिल 2014, भ्रष्टाचार निरोधक (संशोधन) बिल 2013, व्हिसलब्लोअर प्रोटेक्शन बिल 2015, नेशनल मेडिकल कमीशन बिल 2017, मोटर व्हीकल बिल 2017, कंज्यूमर प्रोटेक्शन बिल 2018, सेरोगेसी बिल 2016, कॉन्ट्रैक्ट लेबर बिल, कोड ऑफ वेजस बिल और इस तरह के 58 ऐसे विधेयक हैं जो संसद के दोनों सत्र में लंबित पड़े हुए हैं.
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था वह 18 जुलाई से आरंभ हो रहे संसद के मॉनसून सत्र में महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराएं. उन्होंने कहा, ‘भाजपा और सहयोगी दलों के पास लोकसभा में बहुमत है, ऐसे में इस ऐतिहासिक विधेयक को पारित कराने के लिए आपके सहयोग की जरूरत है. मैं आशा करता हूं कि इसमें अवरोध पैदा नहीं होगा’. गांधी ने कहा कि कांग्रेस इस विधेयक को पारित कराने में सरकार का पूरा सहयोग करेगी’.