ग्वालियर : 6 साल की बच्ची से रेप और हत्या के दोषी जितेन्द्र कुशवाह को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फांसी की सज़ा सुनायी है. अदालत ने इसे रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस मानते हुए अपना फैसला सुनाया. बच्ची से रेप और हत्या के इस केस में रिकॉर्ड 36 दिन में अदालत ने फैसला सुनाया है.
ग्वालियर में 21 जून को ये वारदात हुई थी. बच्ची अपने माता-पिता के साथ एक शादी समारोह में शामिल होने ग्वालियर आयी थी. समारोह एक सामुदायिक केंद्र में था. जितेन्द्र कुशवाह ने वहां खेल रही बच्ची को बहला-फुसलकारअगवा किया और फिर दुष्कर्म किया. उसका अपराध खुल ना जाए, इसलिए जितेन्द्र ने बच्ची की हत्या कर दी और फिर पहचान छुपाने के लिए उसका चेहरा और सिर पत्थर से बुरी तरह कुचल दिया था.
बच्ची के गुम होने पर परिवार ने उसे पहले ग्वालियर और फिर भिंड में ढूंढ़ा. बच्ची ना मिलने पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी. पुलिस ने जैसे ही तलाशी शुरू की बच्ची की लाश कैंसर पहाड़िया पर पड़ी मिली. उसके बाद आसपास के इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए. उसमें जितेन्द्र कुशवाह, उस बच्ची को बुलाता हुआ दिख रहा है. जितेन्द्र वहीं सामुदायिक भवन के पास बर्फ के गोले का ठेला लगाता था. इसलिए पुलिस ने उसे फौरन पहचान लिया. उसके बाद फॉरेंसिक जांच में भी रेप की पुष्टि हुई. तमाम सबूतों के आधार पर फास्ट ट्रैक कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया.
फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई हुई. कोर्ट ने जितेंद्र कुशवाह को दोषी पाया और फांसी की सज़ा सुना दी. अदालत ने इसे रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस मानते हुए दोषी को फांसी की सज़ा सुना दी.