नई दिल्ली: राजधानी स्थित 6ए कृष्ण मेनन मार्ग में सरकारी आवास से दिवंगत नेता अटल बिहारी वाजपेयी के पार्थिव शरीर को शुक्रवार को 6, दीनदयाल उपाध्यय मार्ग पर स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुख्यालय लाया गया. यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत कई गणमान्य ने अपनी अंतिम श्रद्धांजलि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दी.
भाजपा मुख्यालय पर सुबह से ही इन दोनों शीर्ष नेताओं के अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तमाम बड़े नेता मौजूद थे. तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे 93 साल के अटल बिहारी वाजपेयी को किडनी में संक्रमण की समस्या के चलते करीब दो महीने पहले एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था. एम्स के अनुसार, पूर्व प्रधानमंत्री ने गुरुवार शाम 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली थी.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अंतिम संस्कार शाम 4 बजे शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर किया जाएगा. दोपहर 1:30 बजे भाजपा दफ्तर से ही उनकी अंतिम यात्रा निकाली जाएगी.
वाजपेयी की मौत की खबर से न सिर्फ देशभर से बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी शोक की लहर है. अटल को अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा है, हर कोई इस महान आत्मा के अंतिम दर्शन करना चाहता है. दोपहर 1 बजे तक के लिए वाजपेयी के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए भाजपा मुख्यालय में रखा गया है.
अंतिम यात्रा भाजपा मुख्यालय से दीनदयाल उपाध्याय मार्ग (डीडीयू) से होते हुए आईटीओ और वहां से राजघाट के पीछे स्थित राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर पहुंचेगी. भाजपा मुख्यालय से यहां तक की दूरी लगभग पांच किलोमीटर है.
अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई. शुक्रवार को देश के 12 राज्यों ने राजकीय शोक और अवकाश की घोषणा की. इनमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, बिहार, झारखंड, हरियाणा, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्य शामिल हैं। इन राज्यों में सरकारी कार्यालय, स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश रखा गया है.