होशंगाबाद पहुंची एकात्म यात्रा, सीएम ने की अगवानी

बाबई (होशंगाबाद)। ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की विशाल प्रतिमा स्थापना के उद्देश्य से निकाली जा रही एकात्म यात्रा गुरुवार को होशंगाबाद के बाबई पहुंची। यहां प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यात्रा की अगवानी की। यात्रा के जरिए गांव-गांव से प्रतिमा के लिए धातु संग्रह किया जा रहा है।

 

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बाबई में जनसंवाद को संबोधित करते हुए सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि बच्चे अच्छी तरह पढ़ें और इसकी चिंता समाज को करना चाहिए। बेटियों का सम्मान करे और लोग एक-दूसरे का सहयोग करें। समाज में भेदभाव न रहे इसके लिए खुद समाज प्रयास करें, तभी एकात्म यात्रा का उद्देश्य पूरा होगा।

मुख्यमंत्री ने बाबई में एकात्म यात्रा का स्वागत कर उपस्थितजन को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने इस तरह के आयोजनों को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री का काम सिर्फ पुल, पुलिया, सड़क बनाना नहीं है लेकिन जनता के जीवन को बनाना भी सीएम का काम है। इसलिए प्रदेश में लगातार नर्मदा सेवा यात्रा, एकात्म यात्रा, वैचारिक महाकुम्भ जैसे आयोजन किए जा रहे हैं। ये सभी आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि जीवन का अंतिम लक्ष्य पाने के लिए पहला ज्ञान मार्ग है, दूसरा भक्ति मार्ग और तीसरा कर्म मार्ग है और इन तीनों का संगम हैं जगतगुरु आदि शंकराचार्य है जिन्होंने मां की अनुमति से संन्यास लेकर गुरु की खोज में पूरे भारत में पैदल भ्रमण किया।

उन्होंने कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य की जन्मभूमि केरल और ज्ञान भूमि मध्यप्रदेश है। भारत का जो वर्तमान सांस्कृतिक स्वरुप है, एकता है, उसे जगतगुरु आदि शंकराचार्य ने स्थापित किया। उन्होंने देश में चार दिशाओं में चार मठों की स्थापना कर पूरे देश को अखंड एकता में बांधा।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में साधु-संत मौजूद थे। संबोधन के पहले सीएम शिवराज ने सभी का अभिवादन किया।