मंगल भारत गांधीनगर. पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल शनिवार को अपने सम्मान में आयोजित प्रदेश भाजपा के समारोह में कई बार भावुक हो गईं और पार्टी नेताओं को किसी भी हालत में दल का साथ न छोड़ने और शार्टकट में सफलता की उम्मीद नहीं करने की नसीहत भी दे गईं।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल समेत राज्य के कई मंत्रियों और केंद्रीय राज्य मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी आदि की मौजूदगी में गुजरात भाजपा के मुख्यालय श्रीकमलम् में आयोजित इस समारोह के दौरान उन्होंने पार्टी विधायकों और मंत्रियों को यह सीख भी दी कि उन्हें योजनाएं बनाते समय यह नहीं सोचना चाहिए कि संबंधित क्षेत्र के लोगों ने उन्हें वोट दिया था कि नहीं।
– उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता ही सब कुछ होते हैं। स्वयं को राज्यपाल बनाए जाने के लिए प्रधानमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के प्रति आभार जताते हुए कहा कि भाजपा के छोटे कार्यकर्ता भी काफी ऊंचे ओहदे तक पहुंचते हैं। राजनीतिक जीवन में पद पाने के बाद संतोष होना चाहिए।
– उन्होंने कहा कि उनसे भी वरिष्ठ कई नेताओं ने बीच में पार्टी छोड़ दी इसलिए उन्हें वह जगह नहीं मिल सकी जो मिल सकती थी।
मंत्री पद के अनुभवों को साझा किया आनंदीबेन ने
आनंदीबेन ने अपने लंबे राजनीतिक जीवन और कई बार मंत्री पद पर रहने के दौरान के अनुभव भी साझा किए। बचपन में हवाई जहाज देखते समय उन्होंने स्वप्न में भी नहीं सोचा था कि कभी वह इसमें यात्राएं करेंगी।
महिला सशक्तिकरण के लिए भाजपा को सराहा
आनंदीबेन ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए भाजपा सरकार के काम की सराहना की। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र माेदी के मुख्यमंत्री बनने के बाद ही महिला और बाल विकास विभाग का सृजन हुआ था।
23 जनवरी को मप्र के राज्यपाल के तौर पर शपथ लेंगी आनंदीबेन
– आनंदीबेन पटेल 23 जनवरी को भाेपाल के राजभवन में शपथ ग्रहण करने के बाद विधिवत पदभार संभालेंगी। गुजरात की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री रहीं 77 वर्षीय आनंदबेन पटेल ने शनिवार को पत्रकारों को यह जानकारी दी।
– उन्होंने कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होने के कारण वह इससे तीन दिन पहले ही यानी 23 जनवरी को शपथ लेकर पदभार संभाल लेंगी।