सीधी जिले के धौहनी विधानसभा में घोसित हुई प्रत्याशी कमलेश सिंह की उम्मीदवारी से कांग्रेसियों ने सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी… कमलेश सिंह की उम्मीदवारी का किया बहिष्कार

 

सीधी जिले के धौहनी विधानसभा में घोसित हुई प्रत्याशी कमलेश सिंह की उम्मीदवारी से कांग्रेसियों ने सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी… कमलेश सिंह की उम्मीदवारी का किया बहिष्कार....

मंगलभारत सीधी,सीधी जिले के धौहनी विधानसभा से कांग्रेस पार्टी की टिकट में घोषित हुई उम्मीदवार श्रीमती कमलेश सिंह की उम्मीदवारी को लेकर धौहनी कांग्रेस के समस्त नेताओं ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि धौहनी विधानसभा में कांग्रेस को कुछ 1 लोगों ने अपनी जागीर मान लिया है और संगठन का नेतृत्व अगर उन्हें ही सब कुछ समझता है तो उन्हीं के सहारे वह चुनाव में उम्मीदवार को जिताएं भी। बैठक में आये कांग्रेसियों ने पूरी तरह से घोषित उम्मीदवार कमलेश सिंह के पक्ष में प्रचार प्रसार आदि न करने की बात की है।
उक्त बातें आज मझौली में आयोजित बैठक में कही गई। मीडिया से मुखातिब होते हुए धौहनी के प्रमुख तीन दावेदारों साथ ही कुछ कार्यकर्ताओ ने आरोप लगाया है कि मंडलम एवं सेक्टर प्रभारियों का भी चयन मनमाने तरीके से किया गया, सेक्टर एवं मंडलम में उन्हें ही रखा गया जो विधानसभा प्रभारी आनंद सिंह के पक्ष के थे, उन्ही का सहारा लेकर उन्होंने अपने पक्ष के कमजोर उम्मीदवार को टिकट दिलवाया है, जबकि जमीनी नेताओ को टिकट नही मिलने से कांग्रेस की हार निश्चित हो गई है।

सिर्फ 1 या 2 महीने मात्र से क्षेत्र में दिखाई देने वाली सिंगरौली जिला के नेता को टिकट दिया गया है, अभी भी कई क्षेत्र के लोग न तो उन्हें जानते हैं ना ही पार्टी के सभी कार्यकर्ता उन्हें जानते। वह मूल रूप से सीधी जिला की निवासी भी न होकर सिंगरौली जिला की निवासी है और सिर्फ सिंगरौली जिले की देबसर ब्लॉक की करीब आधा सैकड़ा पोलिंग मात्र है। ऐसे में दूसरे जिले के कमजोर प्रत्यासी को टिकट देकर धौहनी में भाजपा को हरा पाना कांग्रेस के लिए संभव नही है।

चर्चा यह भी हुई की प्रमुख रूप से 4 दावेदार जो कि बैठक में उपस्थित भी थे तिलक राज सिंह श्यामबती सिंह, चंद्रपाल सिंह , शेषमणि पनिका में से किसी एक को निर्दलीय प्रत्याशी घोषित किया जाय एवं उन्हें चुनाव मैदान में उतारकर धौहनी के समस्त नेता उसे जिताने का प्रयास करेंगे। बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व के प्रति भी काफी नाराजगी देखने को मिली। यह भी कहा गया कि अगर पार्टी उनके मत को नहीं समझना चाहती तो वह ऐसे में पार्टी के निर्णय को मानने के लिए बाध्य नहीं है। उक्त बैठक मझौली के एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के यहां आयोजित किया गया जहां धौहनी के तकरीबन समस्त वरिष्ठ कांग्रेसीगण, मझौली कांग्रेस के प्रवक्ता पदाधिकारी सहित लगभग सैकड़ा भर कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।