श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में बीते 24 घंटों के दौरान कई इलाकों में भारी बर्फबारी देखने को मिली है. नवंबर के पहले हफ्ते में हुई इस अचानक बर्फबारी से कश्मीर के सेब बागानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. जहां इस बर्फबारी से सेब की तैयार फसल को नुकसान पहुंचा है वहीं बर्फबारी के चलते प्रमुख राजमार्गों के बंद होने से सेब को राज्य से बाहर निकालने का काम बाधित हो गया है.
कई वर्षों के बाद कश्मीर में नवंबर के पहले हफ्ते के दौरान बर्फबारी देखने को मिल रही है. जहां राज्य की टूरिज्म इंडस्ट्री इस बर्फबारी से कारोबार को अच्छे फायदे का अनुमान लगा रहा है वहीं सेब के बागानों के लिए यह बर्फबारी मुसीबत पैदा कर रही है. एक त्वरित अनुमान के मुताबिक 24 घंटें में बर्फबारी के चलते सेब किसानों को लगभग 500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
बर्फबारी से सेब किसानों को नुकसान के अलावा राज्य के कई हिस्सों में बिजली सप्लाई पूरी तरह बाधित हो गई है. इस बर्फबारी से 43,000 किलोवॉट पावर लाइन को भी नुकसान पहुंचा जिससे श्रीनगर समेत आसपास के इलाकों में पूरा अंधेरा छा गया. हालांकि श्रीनगर में अब 80 फीसदी पावर सप्लाई को चालू कर दिया गया है लेकिन आसपास के इलाके अभी भी अंधकार में डूबे हुए हैं.
कश्मीर के सोपोर इलाके में एक सेब बागान मालिक फारुख अहमद ने बताया कि उन्हें इतनी जल्दी बर्फबारी की उम्मीद नहीं थी. लिहाजा, इस बर्फबारी का सामना करने के लिए वह तैयार नहीं थे और बड़ी मात्रा में पेड़ों से तोड़े हुए सेब बागान में पड़े थे. इस नुकसान के साथ-साथ फारुख ने कहा कि पेड़ों पर भी बड़ी मात्रा में तोड़े जाने के लिए सेब तैयार थे लेकिन भारी बर्फबारी के चलते यह काम बाधित हुआ और सेब खराब हो गए.
वहीं दक्षिण कश्मीर में बर्फबारी में कई पेड़ों को नुकसान पहुंचा है. इसके अलावा सेब से लदे सैकड़ों ट्रक जम्मू-कश्मीर नेशनल हाइवे पर बाधित हो गए. बर्फबारी के दौरान राजमार्ग पर कई जगह लैंडस्लाइड की रिपोर्ट के बीच राजमार्ग को बंद करना पड़ा. हालांकि सोमवार दोपहर के बाद कई सड़कों पर यातायात चालू कर दिया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण कश्मीर में कई क्षेत्र जैसे शोपियान, पुलवामा और त्राल में राजमार्गों को नुकसान पहुंचा है. वहीं उत्तर कश्मीर में सोपोर, बारामुल्ला समेत कई इलाकों में सड़कों को नुकसान पहुंचने की रिपोर्ट आई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राजमार्ग को पहुंचे नुकसान के चलते सेब से लदे लगभग 5,000 ट्रक फंसे हुए हैं.
गौरतलब है कि कश्मीर से यह ट्रक बर्फबारी से पहले दिल्ली के लिए रवाना कर दिए गए थे. इस फसल से किसानों को दिल्ली और आसपास के इलाकों से दीपावली के दौरान अच्छे मुनाफे की उम्मीद थी. जहां एक तरफ ट्रकों में लदे इन सेबों से किसान कारोबारी को नुकसान हो रहा है वहीं दिल्ली और आसपास के इलाकों में त्यौहार के दौरान सेब की कीमतों में उछाल आने की संभावना दिखाई दे रही है.