बागियों को मनाने के लिए भाजपा ने शुरू किया ऑपरेशन डैमेज कंट्रोल

भोपाल। भारतीय जनता पार्टी से बागी होकर चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों को मनाने के लिए पार्टी ने ऑपरेशन डैमेज कंट्रोल शुरू कर दिया है। पार्टी का अनुमान है कि तीन दर्जन ऐसी सीटें हैं, जिन पर बागी पार्टी की जीत पर फर्क डाल सकते हैं। इसलिए इन्हें मनाने के लिए भाजपा के बड़े नेताओं ने शनिवार को खूब माथापच्ची की।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, चुनाव प्रबंध समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कई बागी प्रत्याशियों से फोन पर बातचीत कर उन्हें मनाने की कोशिश की और पार्टी हित के लिए चुनाव मैदान से हटने की गुजारिश की। हालांकि शाम तक भाजपा की कोई कोशिश काम नहीं कर पाई और किसी भी बागी प्रत्याशी ने नाप वापस नहीं लिया।
दिनभर भाजपा नेताओं के बीच अलग-अलग चरण में बागियों को मनाने के लिए कवायद चलती रही। इसके लिए मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा के प्रत्याशियों से भी बातचीत कर उन्हें चुनाव प्रचार के बारे में जानकारी दी और बागियों को मनाने के लिए उनसे बातचीत करने की सलाह दी। पार्टी नेता फिलहाल इस आकलन में लगे हुए हैं कि कौन-कौन से बागी प्रत्याशी चुनाव में भाजपा को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। भाजपा ने इन बड़े नेताओं को ही पार्टी की खिलाफत कर मैदान में उतरे प्रत्याशियों को मनाने की जिम्मेदारी दी है।
जानते हैं आपके साथ अन्याय हुआ
पार्टी नेताओं ने बागियों से कहा कि टिकट एक को ही मिल सकता है। हम मानते हैं आपके साथ अन्याय हुआ है पर कई परिस्थितियां ऐसी होती हैं, जिस कारण फैसला किसी के पक्ष में हो जाता है। आप जानते हैं, पार्टी सर्वोपरि है। आपसे आगह है कि नामांकन पत्र वापस ले लो, पुराने कार्यकर्ता हो, पार्टी आपके बारे में सोचेगी। इधर मुख्यमंत्री ने सारे प्रत्याशियों से ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कहा कि सभी लोगों का समर्थन जुटाओ। कहने का आशय यह था कि बागियों को मनाओ।