नई दिल्ली अनंत कुमार के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने अब तक के साढ़े 4 साल से ज्यादा के कार्यकाल में अपने मंत्रिपरिषद के तीसरे सदस्य को खोना पड़ा है। 59 वर्ष के कुमार कैंसर से पीड़ित थे। दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में बीजेपी को मजबूत करने वाले नेताओं में वह शुमार थे। वाजपेयी सरकार में भी वह मंत्री रहे थे और उस वक्त कैबिनेट के सबसे युवा सदस्य थे। अनंत कुमार से पहले मोदी सरकार के 2 और मंत्रियों का असामयिक निधन हुआ था।
बीजेपी के कद्दावर नेता गोपीनाथ मुंडे का 3 जून 2014 को एक सड़क हादसे में निधन हो गया था। वह मोदी सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री थे। असामयिक निधन की वजह से वह भारतीय राजनीति के इतिहास में सबसे कम वक्त तक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रहे।
पहले पिछले साल मई में अनिल माधव दवे का असामयिक निधन हो गया था। वह मोदी सरकार में पर्यावरण मंत्री थे। दवे की पहचान पर्यावरण के लिए लड़ने वाले योद्धा की रही। उनका पूरा जीवन नर्मदा नदी की सेवा करने और पर्यावरण को बचाने में समर्पित रहा।