मुंबई महाराष्ट्र के चिचपल्ली फॉरेस्ट रेंज में हुए एक दर्दनाक हादसे में बाघ के तीन शावक ट्रेन से कटकर मर गए। इनमें से एक का शव रेलवे ट्रैक पर पाया गया। चंद्रपुर से गोंदिया जाने वाले रेलवे ट्रैक पर दो शावकों के शव मिले हैं, जबकि तीसरे का शव ट्रैक से कुछ आगे मिला है। गुरुवार को सुबह 7.30 बजे जब वे ट्रैक को पार करते हुए अपनी मां का पीछा कर रहे थे, तभी एक पैसेंजर ट्रेन ने उन्हें टक्कर मार दी।
ट्रेन ड्राइवर ने वन विभाग को दुर्घटना के बारे में सूचित किया। जानकारी के मुताबिक, मरने वाले तीनों टाइगर के बच्चों की उम्र 6 महीने के आसपास है। दूसरे शावक का शव चंदा किला-गोंडिया रेलवे खंड में ट्रैक पर, जबकि तीसरे का शव 500 मीटर दूर जंगल में पाया गया। इससे पहले भी इस ट्रैक पर दो बार बाघों के कटने की घटना हो चुकी है।
घने जंगलों से होकर गुजरता है यह ट्रैक
गौरतलब है कि चंद्रपुर से गोंदिया जाने वाला यह रेलवे ट्रैक घने जंगलों से होकर गुजरता है। वन विभाग के अधिकारियों ने माना है कि इस मौसम में प्रायः बाघ अपने परिवार के साथ रेल लाइन पार करके दूसरी तरफ जाते हैं।
इससे पहले चंदा फोर्ट गोंदिया के पास ही इसी साल 23 जून को एक तेंदुए की भी ट्रेन हादसे में मौत हो गई थी। 13 जुलाई 2017 को भालू और उसके दो बच्चों की ट्रेन की चपेट में आकर मौत हुई थी।