चुरहट से दो वार निर्दलीय प्रत्याशी रहे रामबहोर मिश्र ने मतदान का किया बहिष्कार | |

चुरहट विधानसभा से दो बार प्रत्याशी रहे रामबहोर मिश्रा ने मतदान न करने का निर्णय किया | |

रामविकाश रामबहोर मिश्रा,

चुरहट / रामपुर नैकिन,

रामपुर नैकिन – मालुम हो कि इन दिनों चुनावी सरगर्मी अपने आखरी पराव की ओर अग्रसर है इसी बीच चुरहट में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के आने का कार्यक्रम दिनांक 18/11/2018 को निर्धारित है की ठीक उसके पहले एक बड़ा सवाल पैदा हो गया चुरहट विधानसभा क्षेत्र से दो वार पूर्व निर्दलीय प्रत्याशी रहे रामबहोर मिश्रा ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिए एक बड़ा ऐलान कर मतदान न करने का फैसला लिया है आगे बताते है सभी राजनीतिक दल गरीबों की दुहाई दे – देकर स्वयं पहले अपनी गरीबी मिटाने पर अथक प्रयासों में लगी हुई है जबसे अपना भारत देश आजाद हुआ है तबसे लेकर अभी तक गरीबों की गरीबी खतम होने का नाम नही ले रही है हा यदि किसी की गरीबी दूर हुई हैं तो मुख्य रूप से राजनीतिक दलो की व जनप्रतिनिधियो की एवं जो जितना अधिक से अधिक पार्टी को चंदा देगा टिकिट उसी के नाम कर दिया जाएगा | गरीबी के नाम पर गरीबो का शोषण हुआ है इसके अलावा ज्यादा कुछ नहीं जिसके चलते गरीबों की हालत जस के तस बनी हुई है | इन नेताओ का मूल मक़सद रहता है पार्टी का सेम्बल मिल जाए पर्याप्त है जीत हार कोई मायने नही रहता आगे बताते है गरीबी के नाम पर गरीबों का वोट तो ले लिया जाता है पर किसी पार्टी ने गरीब को प्रत्याशी घोषित नही करता इसी को कहते है दोहरी राजनीति अपने आप को गरीबों का मसीहा कहने वाले क्या किसी गरीब व्यक्ति को टिकट दिया है नहीं सिर्फ और सिर्फ गरीबों से लिया है बदले में कुछ दिया नही | |