लखीमपुर खीरी हिंदू नेता साध्वी प्राची ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में शुक्रवार को कहा कि जब शाहबानो केस, जलिकुट्टी केस, सबरीमाला केस में कोर्ट तेजी से निर्णय कर सकती है तो राम मंदिर केस में क्यों नहीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान परस्त लोग और फर्जी जनेऊ पहनकर मंदिर में दर्शन करने का नाटक करने वाले मंदिर निर्माण में बाधा डाल रहे हैं।
साध्वी प्राची ने कहा, ‘तीन अक्टूबर 1990 का दिन भी देखा है जब मुलायम सिंह ने कारसेवकों पर गोलियां चलवा दी थीं। शरद कोठारी और राम कोठारी की शहादत भी देखी है। 6 दिसंबर 1992 का दिन भी देखा है जब मस्जिद गिराई गई। तीस साल से मंदिर के संघर्ष में लगी हूं, जीवन का लक्ष्य है कि राम मंदिर बने। कुरआन में लिखा है कि मंदिर तोड़कर बनी मस्जिद कभी स्वीकार नहीं की जाती। जब तक हामिद अंसारी उपराष्ट्रपति थे, इकबाल को डर नहीं लगा, अब डर लग रहा है।’
प्राची ने कहा कि 25 नवंबर को राम मंदिर की नींव रख दी जाएगी। उद्धव ठाकरे को सभा की अनुमति देना, न देना सरकार का काम है। साध्वी प्राची निघासन तहसील में ग्राम बैरिया स्थित गोशाला भी गईं। उन्होंने बताया कि 24 नवंबर को वह अयोध्या पहुंच जाएंगी।