कल रामपुर नैकिन में आयोजित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा में भीड़ को दिखाने के चक्कर में छोटे-छोटे बच्चों को भी ट्रैक्टर में भर के सभा स्थल पहुंचाया जा रहा था क्योंकि आनन-फानन में यह सभा आयोजित की गई थी अगर भीड़ नहीं पहुंचती तो सभा फ्लॉप होने का डर था वैसे तो मामा जी बच्चों के बड़े हितैषी बनते हैं लेकिन जब बात उनके सभा की हुई तो क्या बच्चे क्या मतदाता क्या बुजुर्ग नौजवान बस भीड़ दिखनी चाहिए हमारी टीम भी मंत्री की सभा का कवरेज करने गई थी जहां हमारे कैमरामैन ने इस अद्भुत और दुर्लभ दृश्य का कवरेज ले लिया संविधान के अनुसार 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को मतदान करने का अधिकार भारत में नहीं है भीड़ दिखाने के लिए सभी सरकारी दफ्तरों के कर्मचारियों को शब्द दिशानिर्देश जारी किए गए थे आम जनमानस जिनका जरूरी काम था वह इधर-उधर ठोकरें खा रहे थे अस्पताल में कई मरीज परेशान थे लेकिन मुख्यमंत्री जी की सभा के चलते उनकी कोई सुनने वाला नहीं था विश्लेषकों द्वारा अनुमान लगाया गया कि महज 12 मिनट की सभा के लिए करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा दिए गए भीड़ जुटाने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों से अलग-अलग जिलों से कई बसें बुक थी जिनमें व्यक्तियों को भरकर लाया गया था जबकि चुरहट विधानसभा से लोगों की संख्या अपेक्षा अनुसार नहीं दिखी मुख्यमंत्री ने सभा में कोई खास बातें नहीं कही सिर्फ इतना कि हम काम करते हैं तो कांग्रेस को गुस्सा आता है यह मुख्यमंत्री का चुनाव विधानसभा में इस वर्ष का दूसरा दौरा है रथ यात्रा के दौरान पथराव का भी शिकार मुख्यमंत्री जी हुए थे इस बार ऐसी कोई घटना ना हो उसके लिए चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था की गई थी लोगों का कहना है कि जिस अपेक्षा से हम लोग मुख्यमंत्री को सुनने गए हुए थे वह अपेक्षा हमारी पूर्ण नहीं हुई मुख्यमंत्री आधी के जैसे आए और तूफान की तरह निकल गये सपाक्स के प्रत्याशी का कहना है कि बच्चों को इलेक्शन की सभा में ले जाना दुर्भाग्यपूर्ण है सरकार पहले यह सुनिश्चित करें कि सभी बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सकें उसके लिए समुचित व्यवस्था की जाए सरकार की इच्छाशक्ति मर चुकी है इसी लिए भीड़ जुटाने के लिए बच्चों को सभा स्थल तक पहुंचाया गया यह मामा का कर्तव्य कतई नहीं हो सकता वहीं जेबीएके जनता बोल आंखें खोल के संयोजक हरी मिश्रा ने कहा कि मान लेते हैं राजनीति में और तो ठीक है लेकिन बच्चों को राजनीति के लिए प्रयोग करना दुर्भाग्यपूर्ण है बच्चे कल का भविष्य हैं उनको अच्छी शिक्षा अच्छा वातावरण अच्छे स्कूल कॉलेज और आधुनिक शिक्षा उपलब्ध करवाई जाए जिससे हमारा देश बेहतर स्थिति में पहुंचने योग्य बनें मुख्यमंत्री द्वारा बड़ी-बड़ी घोषणाओं के अलावा कुछ नहीं किया गया है ऊपर से कई जन विरोधी कानून लागू कर दिए हैं जिससे सभी समुदायों के बीच आपसी नफरत और सामाजिक सौहार्दता को गंभीर खतरा उत्पन्न हो चुका है बेरोजगारी बढ़ती ही जा रही है प्रति व्यक्ति औसत कर्ज़ लगातार बढ़ता जा रहा है उद्योग धंधे घाटे में हैं महंगाई आसमान छूने लगी है अवैध रेत उत्खनन और परिवहन चरम पर है करोड़ों रुपए राजस्व का चूना लगाया जा रहा है माफिया तंत्र दिनोंदिन सामाजिकता पर हावी हो रहा है और नेता अपने निजी स्वार्थ में डूबे हुए हैं आम जनता से उनका कोई मतलब नहीं रहता इस कृत्य की जितनी भी भर्त्सना की जा सकती है कम है