प्रदेश में दो दिन बाद होने वाले मतदान के लिए अब तक एक सकैड़ा केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों की कंपनियों ने मोर्चा संभाल लिया है। यही नहीं आज कल में करीब पांच सैकड़ा कंपनियां और प्रदेश में सुरक्षा के लिए आ रही हैं। इन्हें मिलाकर करीब केंद्रीय बल की 650 कंपनियों को लगाया जा रहा है। अब तक प्रदेश में आयी एक सैकड़ा कंपियों को तैनाती के लिए विभिन्न जिलों में भेजा चुका है। जिला निर्वाचन अधिकारियों से मतदान के 72 घंटे पहले सुरक्षा बलों की तैनाती करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश के 230 विस क्षेत्रों के लिए सीआपीएफ की 139,
बीएसएफ की 115, सीआईएसएफ की 108 कंपनियों को तैनात किया गया है। साथ ही अन्य राज्यों में आने वाली 150 कंपनियां भी आज सुबह तक आ गई हैं। इनमें सीमा सुरक्षा बल की 45 व आईडीबीपी की 47 कंपनियां भी शामिल हैं। प्रदेश में सर्वाधिक कंपनियां बालाघाट में तैनात की जा रही हैं। इस जिले में नक्सली मूवमेंट की सुफिया रिपोर्ट मिली है।
छग के सुरक्षा बल मप्र से सटे जिलों में होंगे तैनात
छग में अंतिम चरण का मतदान कराने के बाद सुरक्षा बलों की कंपनियों को मप्र के लिए डिप्लॉय करने का काम 22 नवंबर से शुरू हो गया। करीब 100 कंपनियों को अब भेजा जा चुका है। इनमें से करीब 58 कंपनियां को बालाघाट जिले में ही तैनात की जा रही है। इनमें से कुछ कंपनियां पहुंच चुकी है, जबकि बाकी शनिवार तक मप्र पहुंच जाएगी। कोशिश यह की जा रही है छग से आने वाली अर्धसैनिक बलों की कंपनियों को मप्र के बार्डर के जिलों में तैनात किया जाए। इन्हें लेने के लिए जिलों में बसें छग के संबंधित स्थानों के लिए रवाना की जा चुकी है।
33 हजार होमगार्ड 66 हजार एसपीओ भी तैनात होंगे
इस बार के चुनाव में मप्र पुलिस की 90 फीसदी बल की तैनाती होगी। इसके साथ ही होमगार्ड के 33 हजार जवानों को भी तैनात किया जा रहा है। चुनाव आयोग ने प्रत्येक मतदान केंद्र पर अलग से एक एसपीओ की नियुक्ति भी की है। यह करीब 66 हजार है। इन सभी को शांतिपूर्ण मतदान कराने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
नक्सल प्रभावित बालाघाट में विशेष नजर
सुरक्षा की दृष्टि से सबसे संवेदनशील जिला बालाघाट है। यहां के नक्सली गतिविधियों को देखते हुए प्रदेश में सबसे अधिक केंद्रीय बल की 81 कंपनियां बालाघाट में तैनात किया जा रही है। इसमें से 58 कंपनियां छग से आ रही है। इन्हें बार्डर के 238 संवेदनशील बूथों पर नैनात किया जाएगा। एक बूथ पर पूरी एक सेक्सन की तैनाती की जा रही है। इन कंपनियों को बार्डर सीलिंग, चेकपोस्ट नाके, रोड ओपनिंग पार्टी के तौर पर तैनात किया जा रहा है।