*मध्यांचल ग्रामीण बैंक मड़वास की तानाशाही*, *भारतीय मुद्रा सिक्का को किया गया अपमानित*, *आम जनमानस के साथ छोटे बड़े व्यापारी पीड़ित*

?मध्यांचल ग्रामीण बैंक मड़वास की तानाशाही,

 

?भारतीय मुद्रा सिक्का को किया गया अपमानित

?आम जनमानस के साथ छोटे 
बड़े व्यापारी पीड़ित

✍️रवि शुक्ला की रिपोर्ट

देखें वीडियो ?

,हम बात कर रहे हैं मन्ध्यांचल ग्रामीण बैंक मड़वास की।जी हां राकेश विश्वकर्मा निवासी नदहा द्वारा बैंक में 1000/-रुपये के सिक्के व 1000/-का नकद राशि कुल 2000/-रुपये की राशि खाते में डिपॉजिट करने के लिए कहा गया तो बैंक मैनेजर और कैशियर द्वारा ये कहा गया कि “स्टाफ नही है पैसा गिनने के लिए,और बैंक में मशीन भी नही है”इतना कहकर भारतीय मुद्रा का अपमान किया जा रहा है,ये कोई आज की बात नही है,रोजमर्रा की सबके साथ यही व्यवहार बदस्तूर जारी है,क्या बैंक के उपभोक्ताओं का खयाल रखने का दम्भ भरने वाली बैंक के कर्मचारियों का ऐसा गैरजिम्मेदाराना रवैया क्या तर्कसंगत है या फिर अगर स्टाफ की कमी है तो बैंक में नोट कौन गिनता है और अन्य कार्य कैसे हो पा रहा है ।

सोचने वाली बात हैजहां राजनीतिक दल अपने मंच से व्यापारियों व आमजनमानस के हितों की बातें करते-करते थकते नही तो ऐसी विडम्बना के लिए शासन-प्रशासन स्तर से क्या कार्यवाही की जाएगी यह आगे देखने की बात होगी।।